नयी दिल्ली : बीसीसीआई की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई के प्रमुख नीरज कुमार अगर तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को बोर्ड की आचार संहिता के तहत किसी अपराध से क्लीन चिट देते हैं तो केंद्रीय करार में उसकी वापसी हो सकती है. ऐसा समझा जाता है कि शमी की पत्नी हसीन जहां द्वारा लगाये गए घरेलू हिंसा के आरोपों की जांच पुलिस कर रही है और बीसीसीआई का इससे कोई सरोकार नहीं है.
बीसीसीआई अधिकारी ने कहा,‘‘ बीसीसीआई की हैंडबुक में क्रिकेटरों के लिए आचार संहिता है जो वित्तीय लेनदेन से संबंधित है. एसीयू सिर्फ मोहम्मद भाई और अलिश्बा से शमी के कथित लेनदेन की जांच कर रहा है . यदि उन्हें इन आरोपों से क्लीन चिट मिल जाती है तो तुरंत केंद्रीय करार में उनकी वापसी होगी.” उन्होंने साफ तौर पर संकेत दिये कि बीसीसीआई का शमी की निजी जिंदगी से कोई सरोकार नहीं है. यह पूछने पर कि कोलकाता पुलिस अगर शमी को गिरफ्तार करती है तो उन्होंने जवाब दिया,‘‘ यह काल्पनिक स्थिति है.
हम यहां बैठकर कयास नहीं लगा सकते. यह हमारा काम नहीं है. पता नहीं जांच में कितना समय लगेगा. समय आने पर देखा जायेगा. ‘ कल आईपीएल में शमी के खेलने पर भी चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा था की प्रशासकों की समिति का निर्णय आने के बाद ही इसपर फैसला किया जायेगा. गौरतलब है कि मोहम्मद शमी की पत्नी ने उनपर ना सिर्फ घरेलू हिंसा का आरोप लगाया है बल्कि हसीन ने यहां तक कहा है कि शमी के कई गैर महिलाओं के साथ संबंध हैं और वह उसे अपने भाई के साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर करता था. इसकी जांच के लिए हसीन का मेडिकल चेकअप भी हो चुका है.