कोलंबो : भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि स्थिति कैसी भी हो दिनेश कार्तिक अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए हमेशा तैयार रहता है तथा उनका अनुभव और कई शाट जमाने में महारत के कारण वह डेथ ओवरों में भारत के लिए आदर्श खिलाड़ी बन जाते हैं. विकेटकीपर बल्लेबाज कार्तिक (आठ गेंद पर नाबाद 29 रन) ने बांग्लादेश के खिलाफ कल रात यहां निधास ट्राफी त्रिकोणीय टी20 फाइनल में आखिरी गेंद पर छक्का जड़कर भारत को खिताब दिलाया, रोहित ने पत्रकारों से कहा, ‘‘वह दक्षिण अफ्रीका के पिछले दौरे में हमारे साथ था और उसे वहां खेलने का ज्यादा मौका नहीं मिला.
आज उसने जो कुछ किया उससे आगे के लिए उसका आत्मविश्वास बढ़ेगा.” उन्होंने कहा, ‘‘सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उसे खुद पर विश्वास है. स्थिति कैसी भी हो वह तैयार रहता है चाहे वह ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करे या निचले क्रम में. हम अपनी टीम में इस तरह का खिलाड़ी चाहते हैं.” रोहित ने खुलासा किया कि कार्तिक ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी के लिए नहीं भेजे जाने से नाखुश थे लेकिन भारतीय कप्तान ने उन्हें सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजने के फैसले का बचाव किया. उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं आउट हुआ और डगआउट में बैठा था तो कार्तिक थोड़ा खफा था कि उसे छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए नहीं भेजा गया.”
रोहित ने कहा, ‘‘लेकिन मैंने उससे कहा, मैं चाहता हूं कि आप हमारे लिये मैच का अंत करो, क्योंकि आपके कौशल की अंतिम तीन या चार ओवरों में जरूरत पड़ेगी. यही वजह थी कि उसे 13वें ओवर में मेरे आउट होने के बाद छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए नहीं भेजा गया. वह इससे खफा था लेकिन मैच का सुखद अंत करके अब बहुत खुश है. ” कार्तिक की जमकर तारीफ करते हुए रोहित ने कहा, ‘‘उनके पास जिस तरह के शाट हैं उससे वह डेथ ओवरों में मैच को फिनिश करने के लिए आदर्श खिलाड़ी है जहां आपको एक क्षेत्ररक्षक को सर्किल के अंदर फाइन लेग, मिड आफ या शार्ट थर्ड मैन पर रखना पड़ता है.” उन्होंने कहा, ‘‘वह हमेशा उस तरह के शाट खेल सकता है जो उसने रूबेल हुसैन पर आखिर में खेला था। वह उसके बारे में जानता है. मुझे लगा कि मुस्ताफिजुर रहमान संभवत: 18वां और 20वां ओवर करेगा और उसका सामना करने के लिए अनुभवी बल्लेबाज का होना जरूरी था.”
रोहित ने कहा, ‘‘हम जानते थे कि वह आफ कटर करेगा और उस समय के लिये दिनेश सबसे बेहतर पसंद होता. वह अपनी राज्य की टीम और मुंबई इंडियन्स के लिए ऐसा करता रहा है.” वाशिंगटन सुंदर और युजवेंद्र चहल ने टूर्नामेंट में सर्वाधिक आठ – आठ विकेट लिये. रोहित ने सुंदर की काफी तारीफ की. उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि इस श्रृंखला में सुंदर की गेंदबाजी हमारे लिये जादुई रही. नयी गेंद से उसने जो प्रदर्शन किया वह बेजोड़ है. हर कोई पावरप्ले में गेंदबाजी करने का दबाव नहीं झेल सकता.
यह नहीं भूलना चाहिए उसने इस दौरान विकेट भी लिये. उसने किसी भी प्रतिद्वंद्वी को पावरप्ले में रन नहीं बनाने दिये.” सुंदर को मैन आफ द सीरीज चुना गया और उन्होंने कहा कि पावरप्ले में गेंदबाजी करना चुनौतीपूर्ण था. इस आफ स्पिनर ने कहा, ‘‘यह मेरे लिये काफी मायने रखता है विशेषकर इतनी कम उम्र में इस तरह का पुरस्कार हासिल करना. यह (पावरप्ले में गेंदबाजी करना) चुनौतीपूर्ण भूमिका है लेकिन जब आप अपने देश के लिए खेलते हो तो यह सम्मान होता है.”