कोलंबो : निदहास ट्रॉफी के फाइनल मैच में रोमांचक जीत का श्रेय दिनेश कार्तिक को जाता है. अंतिम के दो ओवरों में क्रीज पर आये कार्तिक ने अपने दम पर भारत को फाइनल में जीत दिलायी. भारत के सामने 167 रन का लक्ष्य था लेकिन उसे अंतिम दो ओवरों में 34 रन चाहिए थे. ऐसे समय पर कार्तिक ने क्रीज पर कदम रखा. उन्होंने रूबैल हुसैन के पारी के 19वें ओवर में दो चौकों और दो छक्कों की मदद से 22 रन लिये.
अब अंतिम छह गेंदों पर 12 रन की दरकार थी जो विजय शंकर (17) के आउट होने से अंतिम गेंद पर पांच रन पहुंच गया. सौम्या सरकार की इस गेंद पर कार्तिक ने कवर के ऊपर से छक्का लगाकर किसी टी-20 टूर्नामेंट के फाइनल में भारत को तीसरी जीत दिलायी. भारत की यह बांग्लादेश पर टी-20 में लगातार आठवीं जीत है.
12 गेंद का रोमांच, हर गेंद का हाल
भारत को जीत के लिए 12 गेंद पर 34 रन की दरकार थी.
19वां ओवर
पहली गेंद : रुबैल हुसैन की गेंद दिनेश कार्तिक के लिए. लो फुल टॉस इस गेंद पर कार्तिक ने लॉन्ग ऑन पर छक्का लगाया.
दूसरी गेंद : एक बार फिर रूबैल हुसैन की गेंद को कार्तिक ने लांग ऑन बाउंड्री के पार भेजा. दर्शकों ने उत्साह में शोर मचाना शुरू कर दिया.
तीसरी गेंद : हुसैन की तीसरी गेंद पर दिनेश कार्तिक ने एक जोरदार छक्का जड़ा. डीप मिड विकेट के उपर से कार्तिक का यह छक्का दर्शकों और पवेलियन में बैठे भारतीय खिलाडि़यों के लिए उत्साह का संचार करने वाला था.
चौथी गेंद : हुसैन की चौथी गेंद कार्तिक बीट हुए. इस गेंद पर कार्तिक के कैच की जारदार अपील बांग्लादेशी खिलाडि़यों ने की. लेकिन अंपायर ने अपील पर ध्यान नहीं दिया.
पांचवीं गेंद : पांचवें गेंद पर कार्तिक ने 2 रन लिए. बाहर जाती हुए गेंद को कार्तिक ने शानदार ढंग से खेला और दो रन चुराकर फिर से स्ट्राइकर इंड पर पहुंच गये.
छठी गेंद : 19वें ओवर की आखिरी गेंद में कार्तिक ने चौका लगाया. इस प्रकार इस ओवर में कार्तिक ने कुल 22 रन बटोरे और जीत के लिए जरुरी रनों की संख्या कम की. अब अंतिम ओवर में जीत के लिए 12 रनों की दरकार थी.
20वांओवर
पहली गेंद : बांग्लादेश की ओर से अंतिम ओवर फेंकने का जिम्मा सौम्या सरकार को दिया गया. सौम्या ने पहली ही गेंद वाइड फेंकी. वहीं पहली गेंद पर एक बार फिर विजय शंकर स्ट्राइकर इंड पर थे और पूर्व की तरह ही उन्होंने एक गेंद खेलने में चूक कर दी.
दूसरी गेंद : सौम्या सरकार की दूसरी गेंद पर किसी प्रकार विजय शंकर ने एक रन बनाया. कार्तिक स्ट्राइक पर आये.
तीसरी गेंद : सौम्या सरकार की यॉर्कर लेंग्थ गेंद को कार्तिक ने स्वीपर कवर की ओर खेल दिया. इस गेंद पर टीम को एक रन मिला.
चौथी गेंद : अब टीम इंडिया को जीत के लिए 9 रनों की दरकार थी. सौम्या सरकार की गेंद पर शंकर ने जोरदार प्रहार किया और गेंद बाउंड्री लाइन के बाहर निकल गयी. इन चार रनों के बाद जीत के लिए पांच रनों की जरूरत थी.
पांचवीं गेंद : सरकार की पांचवीं गेंद को शंकर ने उठाकर खेल दिया और आउट हो गये. इस बीच स्ट्राइक चेंज हो गया और कार्तिक स्ट्राइक पर आ गये. कार्तिक का साथ देने क्रीज पर वाशिंगटन सुंदर आ गये.
छठी गेंद : पारी के अंतिम गेंद पर भारत को जीत के लिए 5 रनों की जरूरत थी. सबकी सासें थम गयी थी. बाहर की ओर जाती गेंद को कार्तिक ने हवा में बाउंड्री के बाहर का रास्ता दिखाया और जीत दर्ज की. वहीं सौम्या सरकार मैदान पर सिर रखकर रोते नजर आये. दर्शकों और टीम इंडिया के खिलाडि़यों की खुशी देखते ही बनती थी.
अपनी पारी पर क्या कहा दिनेश कार्तिक ने
एक यादगार पारी खेलने के बाद कार्तिक ने कहा कि, ‘सच में मैं अपने प्रदर्शन से बेहद खुश हूं. टीम को जीत दिलाकर बहुत खुशी हो रही है. हमने पूरे टूर्नामेंट के दौरान बढ़िया प्रदर्शन किया है. अगर फाइनल न जीतते तो बहुत बुरा लगता. बैटिंग करना आसान नहीं था. जिस तरह मुस्ताफिजुर गेंदबाजी कर रहा था.
उन्होंने कहा, ‘इसलिए मैंने तय कर लिया था कि मैदान पर जाकर जोरदार हिट लगाऊंगा. मैं गेंद की लाइन भांपकर हिट लगा रहा था और भाग्यशाली हूं कि सब कुछ ठीक रहा. भारतीय टीम में स्थान मिलना बहुत मुश्किल होता है लेकिन एक बार अवसर मिलने पर आपको उसे बरकरार रखना होता है. इसका श्रेय स्टाफ को जाता है जिन्होंने हर समय मेरा समर्थन किया.’