नयी दिल्ली : बीसीसीआई के असंतुष्ट सदस्यों की यहां पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन की अगुवाई में बैठक हुई जिसमें प्रशासकों की समिति (सीओए) के खिलाफ दस मुद्दे उठाये गये.
इस बैठक में विभिन्न राज्य इकाईयों के पदाधिकारियों और कुछ अयोग्य सदस्यों ने हिस्सा लिया. इनमें बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना (दिल्ली), कोषाध्यक्ष अनिरूद्ध चौधरी (हरियाणा) और बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष सौरव गांगुली (टेलीकांफ्रेंस के जरिये) प्रमुख हैं.
कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी (झारखंड) ने हालांकि विरोधियों से दूरी बनाये रखी. पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर के छोटे भाई अरुण कैब सचिव अभिषेक डालमिया (राष्ट्रीय क्रिकेट क्लब के प्रतिनिधि) के साथ टेलीकांफ्रेंस के जरिये उपस्थित हुए. सत्यव्रत शेरोन (सेना), स्नेह पारिख (बड़ौदा), जीएस वालिया (पंजाब) और कपिल मल्होत्रा (सीसीआई) भी उपस्थित थे.
गुजरात और ओड़िशा से कान्फ्रेंस कॉल के दौरान संपर्क नहीं हो पाया. हैदराबाद के शेष नारायण, गोवा के विनोद फड़के और एमपीसीए के सचिव मिलिंद कनमडिकर भी इसमें शामिल थे. अमिताभ ने कहा, मैं रांची में हूं. कौन किस गुट से जुड़ा है इसको लेकर काफी बातें हो रही हैं. बैठक से मेरी उपस्थिति सबूत है कि मैं किसी गुट से नहीं जुड़ा हूं. लेकिन हां जो भी सही बात करेगा मैं उसका साथ दूंगा.
एन श्रीनिवासन ने कोई टिप्पणी नहीं की लेकिन पूर्व सचिव निरंजन शाह ने कहा कि कैसे सीओए किसी से परामर्श किये बिना एकतरफा फैसले कर रहे हैं. बैठक में जो मुद्दे उठाये गये उनमें पहला भारत में घरेलू और द्विपक्षीय शृंखलाओं से जुड़े मीडिया अधिकार हैं.
डायना एडुल्जी और उनकी बहन बहरोज को एकमुश्त लाभ देने पर भी सवाल उठाये गये हैं जबकि वह सीओए सदस्य हैं. किसी का नाम लिये बिना सीनियर मैनेजर के पदों (उदाहरण के लिये महाप्रबंधक विपणन के पद पर प्रिया गुप्ता) पर भारी भरकम वेतन पर नियुक्ति के तरीकों पर भी सवाल उठाये गये हैं. इसके अलावा एनसीए को लेकर लिये फैसलों पर सवालिया निशान लगाया गया है। इस पर जब सीओए प्रमुख विनोद राय से पूछा गया तो उन्होंने टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया.