IPL 2018 : रिकी पोंटिंग ने भरा डेयरडेविल्स में नया जोश
नयी दिल्ली : भारतीय बल्लेबाज श्रेयष अय्यर का मानना है कि रिकी पोंटिंग का विरोधी को कोई मौका नहीं देने का रवैया दिल्ली डेयरडेविल्स के पहले इंडियन प्रीमियर लीग खिताब के अभियान में काफी मददगार साबित हो सकता है. मुख्य कोच पोंटिंग चार दिन पहले ही डेयरडेविल्स के साथ जुड़े हैं और ऐसा लगता है […]
नयी दिल्ली : भारतीय बल्लेबाज श्रेयष अय्यर का मानना है कि रिकी पोंटिंग का विरोधी को कोई मौका नहीं देने का रवैया दिल्ली डेयरडेविल्स के पहले इंडियन प्रीमियर लीग खिताब के अभियान में काफी मददगार साबित हो सकता है.
मुख्य कोच पोंटिंग चार दिन पहले ही डेयरडेविल्स के साथ जुड़े हैं और ऐसा लगता है कि भारत के युवा खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के इस दो बार के विश्व विजेता कप्तान से काफी प्रभावित हैं. डेयरडेविल्स की टीम अब तक उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में नाकाम रही है और फ्रेंचाइजी को उम्मीद है कि पोटिंग इसे बदल पाएंगे.
पोंटिंग के मार्गदर्शन में मुंबई इंडियन्स ने 2015 में आईपीएल खिताब जीता जबकि वह दो साल टीम के साथ रहे. अय्यर ने खुलासा किया कि पोटिंग ने अपने पहले भाषण से ही किस तरह टीम में जोश भर दिया. अय्यर ने कहा, अब तक सब कुछ काफी अच्छा रहा है.
वह काफी आक्रामक है. उसके पास सकारात्मक मानसिकता है. जब उन्होंने हमारे साथ बात की तो हम सभी जोश से भर गए. गौतम गंभीर की अगुआई वाली टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है. टीम में अंडर 19 विश्व कप के स्टार खिलाड़ी पृथ्वी शा और अभिषेक शर्मा भी शामिल हैं.
The first few days of training and the players are gearing up for the season ahead!
The preparations are in full flow with coach Ricky Ponting mentoring the boys and giving them some sound advice.#DilDilli pic.twitter.com/kPXkqnqGQs
— Delhi Capitals (@DelhiCapitals) April 1, 2018
अय्यर ने बताया कि पोटिंग ने टूर्नामेंट जीतने पर काफी ध्यान दिया है. उन्होंने कहा, पोंटिंग ने कहा कि हम यहां जीतने के लिए आए हैं. उनकी मानसिकता जीतने की है, प्रक्रिया की नहीं. आम तौर पर सभी आकर प्रक्रिया के बारे में काफी बात करते हैं लेकिन उसके दिमाग में सिर्फ एक चीज है और वह है जीत दर्ज करना.
पोंटिंग का यह आक्रामक रवैया उन्हें टीम के पूर्व कोच राहुल द्रविड़ से काफी अलग बनाता है. अय्यर ने कहा, दोनों ( पोंटिंग और द्रविड़) अपने अपने तरीके से अच्छे हैं. द्रविड़ अधिक धैर्यवान हैं, वह बच्चों को निखारते हैं. रिकी इससे काफी विपरीत है लेकिन दोनों की मानसिकता एक जैसी है.