इंदौर :सूर्यकुमार यादव के अर्धशतक तथा आलराउंडर कृणाल पंड्या की डेथ ओवरों की धुआंधार बल्लेबाजी से मुंबई इंडियन्स ने आज यहां अधिकतर समय बैकफुट पर रहने के बावजूद तीन ओवरों में मैच का पासा पलटकर किंग्स इलेवन पंजाब को छह विकेट से शिकस्त दी और आईपीएल-11 में अपनी उम्मीदें भी बरकरार रखी.
सूर्यकुमार (42 गेंदों पर 57 रन) के अर्धशतकीय पारी के बावजूद मुंबई को आखिरी चार ओवर में 50 रन की दरकार थी. कप्तान रोहित शर्मा (15 गेंदों पर नाबाद 24, एक चौका, दो छक्के) और कृणाल (12 गेंदों पर नाबाद 31, चार चौके, दो छक्के) ने अगले तीन ओवरों में आवश्यक रन बनाकर अपनी टीम को महत्वपूर्ण जीत दिलायी. मुंबई ने 175 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 19 ओवर में चार विकेट पर 176 रन बनाये.
इससे पहले क्रिस गेल ने बल्लेबाजी के लिये अनुकूल परिस्थितियों में 40 गेदों पर 50 रन बनाये लेकिन मुंबई के गेंदबाजों ने उसके बाकी बल्लेबाजों पर लगाम कसे रखी. छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतरे मार्कस स्टोइनिस ने आखिर में 15 गेंदों पर नाबाद 29 रन बनाये जिससे किंग्स इलेवन छह विकेट पर 174 रन तक पहुंचने में सफल रहा. पंजाब ने जसप्रीत बुमराह के दो कसे हुए ओवरों के बावजूद आखिरी सात ओवरों में 75 रन जोड़े.
पंजाब के गेंदबाजों ने इसके बाद 16वें ओवर तक अपना पलड़ा भारी रखा. ऐसे में रोहित ने मुजीब उर रहमान (37 रन देकर दो विकेट) पर दो छक्के जड़कर रन और गेंदों के बीच का अंतर कम किया जबकि कृणाल ने स्टोइनिस के अगले ओवर में दो चौके और एक छक्का लगाये जिससे मुंबई को दो ओवर में 16 रन की जरूरत रह गयी.
कृणाल के चौके और छक्के की मदद से मुंबई ने एंड्रयू टाई के पारी के 19वें ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर दिया। मुंबई की यह नौ मैचों में तीसरी जीत है जिससे उसने प्लेआफ में पहुंचने की उम्मीद जीवंत रखी. इससे वह अंकतालिका में आठवें से पांचवें स्थान पर पहुंच गया. किंग्स इलेवन की यह आठ मैचों में यह तीसरी हार है और वह दस अंक के साथ चौथे स्थान पर बना हुआ है.
मुंबई की शुरुआत धीमी रही. पावरप्ले के पहले छह ओवरों में 39 रन जोड़े जिसमें अधिकतर योगदान सूर्यकुमार का था. इस बीच मुंबई ने इविन लुईस (दस) का विकेट गंवाया. सत्रह वर्षीय आफ स्पिनर मुजीब पावरप्ले का अंतिम ओवर करने आये जिसमें उन्होंने केवल दो रन दिये और लुईस को पवेलियन भेजा.
सूर्यकुमार ने एक छोर से रन बनाने जारी रखे लेकिन इसके बावजूद दस ओवर के बाद स्कोर एक विकेट पर 67 रन था. इनमें से 51 रन सूर्यकुमार के थे. उन्होंने अंकित राजपूत पर पहले छक्का और फिर चौका जड़कर 34 गेंदों पर इस सत्र का तीसरा अर्धशतक पूरा किया.
रन रेट लगातार बढ़ने का दबाव बल्लेबाजों पर साफ दिख रहा था और सूर्यकुमार ने ऐसे में पुल करने के प्रयास में हवा में गेंद लहराकर पवेलियन की राह पकड़ी. इशान किशन (19 गेंदों पर 25) ने शुरू में काफी गेंदें खर्च की जिससे टीम पर दबाव बना. बाद में उन्होंने तीन छक्के लगाये लेकिन उन्होंने भी दबाव में मुजीब को अपना विकेट इनाम में दिया. हार्दिक पंड्या (13 गेंदों पर 23) भी लंबे समय तक क्रीज पर नहीं टिक पाये. एंड्रयू टाई की धीमी गेंद ने उनका मिडिल स्टंप उखाड़ा. इसके बाद रोहित और कृणाल ने मैच का पासा पलटा.
इससे पहले गेल ने पहली आठ गेंदों पर केवल एक रन बनाया. इस बीच हालांकि लोकेश राहुल (24) ने दो छक्के जड़े लेकिन लेग स्पिनर मयंक मार्केंडेय ने उनकी पारी लंबी नहीं खिंचने दी. गेल और राहुल ने पहले विकेट के लिये 54 रन जोड़े.
गेल ने हार्दिक पंड्या पर तीन चौके जड़कर हाथ खोले. इसके बाद उन्होंने मिशेल मैकलेनगन और मार्केंडेय पर लंबे शाट खेले लेकिन मुंबई के गेंदबाजों की तारीफ करनी होगी जिन्होंने रणनीतिक गेंदबाजी करके बायें हाथ के इस बल्लेबाज को पूरी तरह से हावी नहीं होने दिया. गेल ने 38 गेंदों पर अपने टी20 करियर का 70वां अर्धशतक पूरा किया. यह इस सत्र में पांच मैचों में चौथा अवसर है जबकि यह कैरेबियाई बल्लेबाज 50 रन की संख्या छूने में सफल रहा लेकिन इसके बाद बेन कटिंग पर लंबा शाट खेलने के प्रयास में सीमा रेखा पर कैच दे बैठे.
उन्होंने अपनी पारी में छह चौके और दो छक्के लगाये. युवराज सिंह (14 रन) शुरू से रन बनाने के लिये जूझते रहे. उन्होंने कृणाल पंड्या पर छक्का जड़कर हाथ खोले लेकिन इसके तुरंत बाद रन आउट हो गये. किंग्स इलेवन का स्कोर 13 ओवर के बाद तीन विकेट पर 99 रन था. ऐसे में अक्षर पटेल को बल्लेबाजी के लिये भेजना अजीबोगरीब फैसला था.
करूण नायर (12 गेंदों पर 23 रन) और अक्षर (12 गेंदों पर 13 रन) ने चौथे विकेट के लिये 21 गेंदों पर 36 रन जोड़े. अगले तीन ओवरों में एक बार गेंद जरूर छह रन के लिये गयी लेकिन लंबे शाट खेलने के प्रयास में ही ये दोनों बल्लेबाज पवेलियन लौट गये. स्टोइनिस ने मयंक अग्रवाल (11) के साथ मिलकर टीम को अच्छे स्कोर तक पहुंचाया.
स्टोइनिस ने अपनी नाबाद पारी में दो चौके और दो छक्के लगाये. बुमराह फिर से डेथ ओवरों में उपयोगी गेंदबाजी की और अपने आखिरी दो ओवरों में केवल नौ रन दिये. उन्होंने चार ओवर में 19 रन देकर एक विकेट लिया. हार्दिक पंड्या के पारी के आखिरी ओवर में 22 रन बने. उन्होंने अपने चार ओवर में 44 रन लुटाये.