नयी दिल्ली : आईसीसी द्वारा पिछले महीनों में लिये गये कुछ फैसलों से नाराज बीसीसीआई के कुछ सदस्यों ने आरोप लगाया कि खेल की विश्व संचालन संस्था ने सदस्य भागीदारी समझौते ( एमपीए ) का सम्मान नहीं किया है.
पता चला है कि बीसीसीआई के 18 पूर्ण सदस्यों ने बुधवार शाम हुई ‘ कांफ्रेंस कॉल ‘ में विचार विमर्श किया और बोर्ड के हितों की सुरक्षा की बात कही. वर्ष 2014 में एमपीए पर हस्ताक्षर किये गये थे जिसमें भारत को 2021 में 50 ओवर की चैम्पिंयस ट्राफी की मेजबानी करनी थी लेकिन अब बीसीसीआई को ट्वेंटी 20 प्रारूप में टूर्नामेंट की मेजबानी के लिये कहा गया है.
सूत्रों के अनुसार बीसीसीआई सदस्य इस बात से खुश नहीं है क्योंकि क्रिकेट की वैश्विक रणनीति में आईसीसी ने भारतीय प्रशंसकों और राजस्व पर काफी निर्भरता दिखायी है तथा भारत पर अति – निर्भरता के विरोध स्वरूप यह कदम उठाया गया.
अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा , इसलिये भारत के संबंध में उनका इरादा स्पष्ट है. चैम्पिंयस ट्राफी को विश्व टी 20 टूर्नामेंट में तब्दील करने का फैसला भी इसी तरह का निर्णय है.