यो-यो टेस्ट में फेल हुए अंबाती रायडू , विकल्प को लेकर दुविधा में फंसे चयनकर्ता
बेंगलुरु : इंग्लैंड दौरे के लिए चुने गये अंबाती रायडू के यो – यो टेस्ट में विफल होने से भारतीय चयन समिति की दुविधा बढ़ गयी है जिन्हें तीन मैचों की एकदिवसीय शृंखला के लिए उनकी जगह किसी दूसरे खिलाड़ी को चुनना होगा. इस बीच रोहित शर्मा यो – यो टेस्ट के लिए रविवार को […]
बेंगलुरु : इंग्लैंड दौरे के लिए चुने गये अंबाती रायडू के यो – यो टेस्ट में विफल होने से भारतीय चयन समिति की दुविधा बढ़ गयी है जिन्हें तीन मैचों की एकदिवसीय शृंखला के लिए उनकी जगह किसी दूसरे खिलाड़ी को चुनना होगा.
इस बीच रोहित शर्मा यो – यो टेस्ट के लिए रविवार को उपस्थित होंगे. उन्होंने बीसीसीआई से 15 जून को इस टेस्ट में भाग नहीं लेने की अनुमति ली थी. बीसीसीआई के महाप्रबंधन (क्रिकेट परिचालन) सबा करीम ने कहा , रोहित ने ‘ निजी व्यस्तता (एक घड़ी कंपनी के ब्रांड दूत के तौर पर वह रूस में है) के कारण बीसीसीआई से इसमें शामिल नहीं होने की अनुमति ली थी.
ऐसा कोई नियम नहीं है कि सभी खिलाड़ियो को एक ही दिन यो – यो टेस्ट देना हो. वह टेस्ट के लिए रविवार को मौजूद होंगे. रायडू का यो – यो टेस्ट में विफल होना अश्चर्यचकित करता है वह भी तब जब उन्होंने आईपीएल की चैम्पियन टीम चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए 602 रन बनाये. वह इस टेस्ट में 14 अंक ही हासिल कर सके जबकि क्वालीफाई करने के लिए 16.1 अंक चाहिए थे.
यह पता चला है कि टीम प्रबंधन और चयन समिति रायडू की जगह लेने वाले खिलाड़ी के नाम पर एक मत नहीं है. चयनकर्ताओं के पास कम से कम पांच विकल्प है जो इस काम के लिए दो – तीन दिनों का समय ले सकते है. महेन्द्र सिंह धौनी और दिनेश कार्तिक के टीम में होते हुए यह देखना दिलचस्प होगा कि तीसरे विकेटकीपर ऋषभ पंत को जगह मिलती है या नहीं.
पंत आईपीएल में शानदार फार्म में थे. बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया , बीसीसीआई के एक वर्ग को लगता है कि एकदिवसीय में अजिंक्य रहाणे के मामले को मौजूदा टीम प्रबंधन (कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री) ने ठीक से नहीं संभाला.
केदार जाधव पूरी तरह फिट रहे तो उनके चयन पर सब लगभग एकमत हैं. अगर वह फिट नहीं हुए तो सुरेश रैना या कृणाल पंड्या के लिए दरवाजे खुल सकते है. रैना के पास 200 से अधिक एकदिवसीय मैचों का अनुभव है और टीम प्रबंधन उनके पक्ष में है जबकि चयनकर्ता कृणाल पंड्या या मनीष पांडे को एक विकल्प के तौर पर देख रहे हैं.