मोहाली : भारतीय महिला टी 20 टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर डिग्री विवाद में फंसती नजर आ रही हैं. विवाद पंजाब पुलिस में नौकरी पाने के लिए खिलाड़ी के कथित फर्जी डिग्री सौंपने से जुड़ा है.
फर्जी डिग्री विवाद में हरमनप्रीत पर धोखाधड़ी का मामला भी दर्ज हो सकता है. अगर ऐसा होता है उन्हें DSP पद से भी हाथ धोना पड़ सकता है. गौरतलब है कि इसी साल 1 मार्च 2018 को हरमनप्रीत कौर ने पंजाब पुलिस में DSP का पद संभाला था.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पंजाब पुलिस ने सत्यापन के लिए उनकी मार्कशीट मेरठ स्थित चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी भेजी थी. जांच के बाद उनकी BA फाइनल की मार्कशीट फर्जी पायी गई.
सीसीएस यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार जीपी श्रीवास्तव ने मंगलवार को बताया कि हरमनप्रीत सिंह ने पंजाब पुलिस में जो बीए फाइनल साल 2011 की मार्कशीट दाखिल की थी, वह फर्जी है. उन्होंने बताया, ‘जांच में पाया गया कि मार्कशीट में अंकित अनुक्रमांक और नामांकन संख्या हमारे रिकॉर्ड में उपलब्ध नहीं है.’
* मामले पर क्या कहना है हरमनप्रीत कौर का
कौर अपनी शैक्षणिक योग्यताओं से जुड़े आरोपों का जवाब नहीं दिया. वह एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए मोहाली आयी थीं. पत्रकार हरमनप्रीत की प्रतिक्रिया के इंतजार में उनकी वैनिटी वैन के बाहर खड़े थे लेकिन स्टार क्रिकेटर एक घंटे से ज्यादा समय तक वैन से बाहर नहीं निकलीं.
आखिरकार हरमनप्रीत जब मीडिया से बात करने को राजी हुईं तो उन्होंने अपनी शैक्षणिक योग्यता को लेकर किसी भी सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया. पंजाब के मोगा की रहने वाली खिलाड़ी ने कहा , मुझे इसके (विवाद) बारे में पता है , सरकार इसपर ध्यान दे रही है. मुझे सकारात्मक जवाब मिलने की उम्मीद है.
हरमनप्रीत पहले भारतीय रेल में काम करती थीं लेकिन उनके पंजाब पुलिस में काम करने का अनुरोध करने के बाद उन्हें इस साल की शुरुआत में सेवाओं से मुक्त कर दिया गया.