इस्लामाबाद :भारत के पूर्व क्रिकेटर और नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने आज आशा जतायी कि उनके मित्र इमरान खान का पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनना पाकिस्तान-भारत शांति प्रक्रिया के लिए बेहतर साबित होगा. जनरल बाजवा से गले लगने पर सिद्धू ने कहा, बाजवा ने गले लगकर मुझसे कहा, ‘हम शांति चाहते हैं’. गौरतलब हो कि पाक सेना प्रमुख के साथ सिद्धू के गले लगने पर भारत में बवाल हो गया है. सोशल मीडिया में इसको लेकर विरोध शुरू हो गया है.
* 100 गुणा ज्यादा मोहब्बत पाक से लेकर जा रहा हूं
सिद्दू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, मैं एक मोहब्बत का पैगाम हिंदुस्तान से लाया था. जितनी मोहब्बत मैं लेके आया था, उससे 100 गुणा ज्यादा मोहब्बत मैं वापस लेके जा रहा हूं. जो वापस आया है, वो सूद समेत आया है.
It's our duty that we go back&ask our govt to take a step ahead&I hope if we take one step forward, people here will take two steps forward.Gen Bajwa sahab hugged me&said,“We want peace”. So, let's swim in a blue ocean&shun red ocean. It's my dream:Navjot S Sidhu in #Pakistan. pic.twitter.com/H5ZgxrPcXz
— ANI (@ANI) August 18, 2018
इमरान खान के शपथग्रहण में शामिल होने के बाद सिद्धू ने कहा, मैं वापस जाकर अपनी सरकार को बातचीत के लिए प्रेरित करने की कोशिश करूंगा. उन्होंने कहा, यह हमारा कर्तव्य है कि हम वापस जाएं और हमारी सरकार से एक कदम आगे बढ़ने के लिए कहें. मुझे उम्मीद है कि अगर हम एक कदम आगे बढ़ेंगे, तो लोग यहां दो कदम उठाएंगे. जनरल बाजवा साहब से गले लगने पर भी सिद्धू ने कहा, बाजवा ने गले लगकर मुझसे कहा, ‘हम शांति चाहते हैं’.
* जनरल बाजवा से गले मिले सिद्धू
Today morning, General Bajwa came to me and said we were thinking of opening Kartarpur route on 550th birth anniversary celebrations of Guru Nanak Dev: Navjot Singh Sidhu in Islamabad #Pakistan pic.twitter.com/4opjS80PO0
— ANI (@ANI) August 18, 2018
नीले सूट और गुलाबी पगड़ी पहने सिद्धू, खान के शपथ ग्रहण समारोह में अन्य विशिष्ट अतिथियों के साथ मौजूद थे. खान ने आज ऐवान-ए-सद्र (पाकिस्तान के राष्ट्रपति भवन) में पद और गोपनीयता की शपथ ली. समारोह में पहुंचने के साथ ही पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पहली पंक्ति के पास गये जहां सिद्धू अन्य अतिथियों के साथ बैठे थे.
सिद्धू की साथ वाली कुर्सी पर पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर के राष्ट्रपति मसूद खान बैठे थे. जनरल बाजवा सिद्धू से गले मिले और दोनों ने संक्षिप्त बातचीत की. दोनों मुस्कुरा रहे थे. बातचीत के दौरान दोनों फिर से गले मिले.
सरकारी ‘पीटीवी’ के साथ बातचीत में सिद्धू ने अपने चिर-परीचित शायराना अंदाज में खान की तारीफ की. पंजाब की कांग्रेस सरकार में मंत्री सिद्धू ने कहा, नयी सरकार के साथ पाकिस्तान में नया सबेरा है जो देश की तकदीर बदल सकता है.
* सद्भावना दूत के रूप में मोहब्बत का पैगाम लेकर पाकिस्तान आया
उन्होंने कहा कि वह भारत के सद्भावना दूत के रूप में मोहब्बत का पैगाम लेकर पाकिस्तान आये हैं. उन्होंने कहा, मैं यहां राजनेता के रूप में नहीं बल्कि दोस्त के रूप में आया हूं. मैं यहां अपने दोस्त (इमरान) की खुशी में शरीक होने आया हूं. उन्होंने कहा, हिन्दुस्तान जीवे, पाकिस्तान जीवे. सिद्धू ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी दोनों देशों के बीच अमन की बात करते थे.
* पड़ोसी के घर में आग लगी हो, तो आंच हम तक भी आयेगी
उन्होंने कहा, अगर पड़ोसी के घर में आग लगी हो तो आंच हम तक भी आयेगी. यह पूछने पर कि पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट कप्तान के लिये वह क्या तोहफा लाये हैं, सिद्धू ने कहा, मैं खान साहिब के लिये कश्मीरी शाल लाया हूं. इमरान ने पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर और कपिल देव को भी शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया था लेकिन उन्होंने निजी कारणों से इनकार कर दिया.
भारतीय नेता ने आशा जतायी कि खान की जीत पाकिस्तान-भारत शांति प्रक्रिया के लिए बेहतर साबित होगी. पाकिस्तान आधारित समूहों के 2016 में किये गये हमलों और पीओके में भारत के सर्जिकल स्ट्राइक के कारण दोनों देशों के बीच रिश्ते खराब हो गये थे.
भारत के कथित जासूस कुलभूषण जाधव को पिछले साल अप्रैल में सैन्य अदालत द्वारा मौत की सजा सुनाये जाने के बाद संबंधों में और खटास आयी थी. सिद्धू वाघा सीमा के रास्ते शुक्रवार को लाहौर होते हुए इस्लामाबाद पहुंचे.
पूर्व क्रिकेटर ने शुक्रवार को कहा था कि पाकिस्तान के लोकतंत्र में चुनाव के बाद आये बदलाव का स्वागत करते हुए कहा कि इमरान को दोनों देशों के बीच अमन की बहाली की पहल करनी चाहिये.