सीओए ने खन्ना के एशिया कप दौरे को स्वीकृति दी, अधिकारी हैरान

नयी दिल्ली : प्रशासकों की समिति (सीओए) ने अपने पुराने रुख से हटते हुए बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना के आगामी एशिया कप के लिए यूएई के 10 दिवसीय दौरे को स्वीकृति दे दी है. एशिया कप 15 सितंबर से शुरू होगा. पारंपरिक रूप से बीसीसीआई के वरिष्ठ पदाधिकारी बोर्ड के खर्चे पर टूर्नामेंटों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 4, 2018 10:53 PM

नयी दिल्ली : प्रशासकों की समिति (सीओए) ने अपने पुराने रुख से हटते हुए बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना के आगामी एशिया कप के लिए यूएई के 10 दिवसीय दौरे को स्वीकृति दे दी है. एशिया कप 15 सितंबर से शुरू होगा.

पारंपरिक रूप से बीसीसीआई के वरिष्ठ पदाधिकारी बोर्ड के खर्चे पर टूर्नामेंटों के लिए जाते रहे हैं लेकिन सीओए ने अपने एक निर्देश में स्पष्ट किया था कि बोर्ड के काम के लिए जाने पर ही कार्यवाहक अध्यक्ष, कार्यवाहक सचिव या कोषाध्यक्ष के दौरों को स्वीकृति दी जाएगी.

इसी नियम पर चलते हुए कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी और सीईओ राहुल जौहरी के ब्रिटेन दौरे में सीओए ने कटौती की थी जबकि वे मई में आईसीसी बैठक के लिए डबलिन गए थे. अधिकारी भारत के कुछ मैच देखना चाहते थे लेकिन सीओए ने कहा कि अगर काम नहीं है तो फिर वहां रुकने का कोई मतलब नहीं है.

सीओए समय-समय पर अमिताभ के विदेशी दौरों और उनके 750 डालर (लगभग 53000 रुपये) प्रतिदिन के भत्ते पर सवाल उठाता रहा है. सीओए के हालांकि खन्ना के दौरे को स्वीकृति देने के बाद बीसीसीआई मुख्यालय में सवाल उठाये जा रहे हैं कि सीओए अलग-अलग लोगों के लिए अलग मापदंड अपना रहा है. बीसीसीआई के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, अमिताभ चौधरी एशियाई क्रिकेट परिषद में भारतीय बोर्ड के प्रतिनिधि हैं.

उनके खर्चे पूरी तरह से एसीसी उठाएगा और वह वहां अधिकतम तीन दिन के लिए जाएंगे। बीसीसीआई के सात कर्मचारी वहां काम के सिलसिले में और टूर्नामेंट के संचालन में मदद के लिए जा रहे हैं. उनका खर्चा भी एसीसी उठाएगा. उन्होंने कहा, हमारा सीओए से सिर्फ एक सवाल है कि बीसीसीआई अध्यक्ष के दौरे का उद्देश्य क्या है.

उन्होंने ही निर्देश जारी किया है कि आधिकारिक काम के अलावा किसी भी पदाधिकारी को यात्रा पर नहीं जाना चाहिए. खन्ना ने अपने बचाव में कहा कि ऐसा कोई नियम नहीं है जो उन्हें एशिया कप देखने से रोके. उन्होंने कहा, सबसे पहले तो मेरी यात्रा की तारीखों पर मैंने फैसला नहीं किया. दूसरा, यह गलत आरोप हैं कि यह घूमने फिरने का दौरा है.

मैं बीसीसीआई अध्यक्ष हूं और टूर्नामेंट देखना मेरे अधिकार क्षेत्र में है. मुझे इसमें कुछ गैरकानूनी नजर नहीं आता. क्या मैंने कोई जुर्म किया है. पता चला है कि सीओए खन्ना की यात्रा को स्वीकृति देने के लिए राजी हो गया क्योंकि उन्होंने तीनों पदाधिकारियों में सबसे कम यात्रा की है.

उन्होंने सिर्फ 2017 में इंग्लैंड में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान विदेश दौरा किया. बीसीसीआई के चुनाव नवंबर के अंतिम हफ्ते में होने की उम्मीद है और ऐसे में एशिया कप कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में खन्ना का अंतिम आधिकारिक विदेशी दौरा होगा.

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