नयी दिल्ली : भारत के एशिया कप में पाकिस्तान से मुकाबले के एक दिन पहले बीसीसीआई ने पीसीबी के मुआवजे दावे के संबंध में अगले महीने होने वाली आईसीसी की सुनवाई के लिये दुबई स्थित फर्म और ब्रिटिश वकील की सेवाएं लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के साथ मैदान से बाहर की जंग के लिये अपनी तैयारियों को पुख्ता अंजाम दिया.
पाकिस्तान ने 2015 से लेकर 2023 तक छह द्विपक्षीय शृंखलाएं खेलने का समझौता होने के बावजूद भारत के द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं खेलने से नुकसान के तौर पर 447 करोड़ रुपये के मुआवजे का दावा किया है. बीसीसीआई ने कहा है कि वह करार को मानने के लिये बाध्य नहीं है तथा पाकिस्तान दस्तावेज में की गयी कुछ वचनबद्धताओं का पालन करने में असफल रहा.
आईसीसी की इस मामले में सुनवाई एक से तीन अक्तूबर के बीच होगी. बीसीसीआई के वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा, बीसीसीआई विवाद निवारण समिति की सुनवाई में अपना मामला रखने के लिये ब्रिटिश वकील क्यूसी इयान मिल्स के अलावा दुबई स्थित फर्म हरबर्ट स्मिथ फ्रीहिल्स की सेवाएं लेगा. यह सुनवाई दुबई में होगी और इसलिए हमें दुबई स्थित फर्म की जरूरत थी.
इसके अलावा आईसीसी ब्रिटिश कानूनों का अनुसरण करती है, इसलिए क्यूसी इयान मिल्स को भी लिया गया है. हम अंत तक यह मामला लड़ेंगे. बीसीसीआई ने दुबई में अपनी कानूनी टीम के साथ बैठक की है जिसमें कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी और सीईओ राहुल जोहरी ने हिस्सा लिया था.