नयी दिल्ली : टीम इंडिया से बाहर चल रहे बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने अपने क्रिकेट कैरियर को लेकर बड़ा बयान दे दिया है. उन्होंने क्रिकेट से संन्यास लेने पर खुल कर अपनी प्रतिक्रिया दे दी है.
विजय हजारे ट्रॉफी में दिल्ली की टीम की ओर से शानदार बल्लेबाजी कर रहे गंभीर ने जब उनके क्रिकेट कैरियर को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने बेहतरीन जवाब दिया. उन्होंने कहा, उनके बल्ले से जब रन बनते रहेंगे, तब तक वो इसका आनंद लेते रहेंगे. उन्होंने कहा, मेरे बल्ले से जब रन बनता है तो मुझे बहुत खुशी होती है.
गौतम ने कहा, मुझे रन बनाना, जीतना, रन बनाकर पवेलियन लौटना अच्छा लगता है. जबतक मैं अपनी बल्लेबाजी में मजे लेता रहूंगा, खेल जारी रखूंगा. उन्होंने साफ कर दिया कि जिस दिन उनका बल्ला खामोश हो जाएगा, वो क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर देंगे.
* विजय हजारे ट्रॉफी में गंभीर का चला बल्ला
विजय हजारे ट्रॉफी में गौतम गंभीर दिल्ली टीम के कप्तान हैं. उनकी कप्तानी में टीम ने अब तक 8 मैचों में 6 जीत और 1 हार के साथ ग्रुप बी में टॉप है और टीम सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है. इस टूर्नामेंट में गौतम का प्रदर्शन संतोषप्रद रहा है. उन्होंने आठ मैचों में एक अर्धशतक और एक शतक की मदद से 394 रन बना लिया है. उनके बल्ले से एक विशाल स्कोर 151 रन भी बना है.
* लगातार पांच टेस्ट में शतक जड़ने वाले एक मात्र भारतीय गौतम गंभीर
गंभीर ने अपने टेस्ट क्रिकेट कैरियर में कई खास रिकॉर्ड अपने नाम किये हैं, लेकिन सभी में एक ऐसा रिकॉर्ड भी उनके नाम है जो क्रिकेट के महान बल्लेबाजों में शामिल सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर को भी नसीब नहीं हुआ है. दरअसल गंभीर के नाम टेस्ट क्रिकेट में लगातार पांच शतक का रिकॉर्ड है. गंभीर ने 2009-10 में ये कारनामा कर दिखाया था. उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ दो शतक, दो शतक श्रीलंका के खिलाफ और पांचवां शतक बांग्लादेश के खिलाफ जमाया था. बांग्लादेश के खिलाफ गंभीर ने 2010 में पांचवां शतक जमाया था.
* गंभीर के की कप्तानी में शतप्रतिशत जीत का रिकॉर्ड
गौतम गंभीर भले ही अभी टीम से बाहर चल रहे हों, उनकी पूछ नहीं हो रही है, लेकिन उनका रिकॉर्ड यह बताता है कि वो कितने बड़े खिलाड़ी रहे हैं. गंभीर ने भारतीय वनडे टीम की कप्तानी भी की है और रिकॉर्ड भी अपने नाम किया. उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने 100 प्रतिशत मैच जीता है. गंभीर की कप्तानी में भारत ने 6 वनडे मैच खेल जिसमें सभी में जीत हाथ लगी.
* काफी उतार-चढ़ाव रहा गंभीर के क्रिकेट कैरियर में
गौतम गंभीर का क्रिकेट कैरियर काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा है. 2004 में टेस्ट में डेब्यू करने वाले गंभीर की शुरुआत अच्छी नहीं रही और जल्द ही खराब प्रदर्शन के कारण टीम से बाहर हो गये. 2008 में फिर से टीम में वापसी हुई और श्रीलंका के खिलाफ शानदार प्रदर्शन दिखाया और इस दौरान 13 टेस्ट मैच में 8 शतक जमाकर काफी सुर्खी में रहे. 2012 में फिर से आउट ऑफ फॉर्म के कारण टीम से बाहर हो गये और फिर से 2014 में वापसी की. इसके बाद फिर से टीम से बाहर हो गये.
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