वार्नर और स्मिथ की गैरमौजूदगी के बावजूद भारत के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरा चुनौतीपूर्ण होगा : भुवनेश्वर
मुंबई : भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को लगता है कि आगामी ऑस्ट्रेलियाई दौरा चुनौतीपूर्ण होगा, भले ही मेजबान टीम अपने दो स्टार खिलाड़ियों – डेविड वार्नर और स्टीव स्मिथ के बिना मैदान पर उतरेगी. इस अठाईस वर्षीय गेंदबाज को यह भी लगता है कि कोई भी विदेशी दौरा आसान नहीं होता. उन्होंने सोमवार को […]
मुंबई : भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को लगता है कि आगामी ऑस्ट्रेलियाई दौरा चुनौतीपूर्ण होगा, भले ही मेजबान टीम अपने दो स्टार खिलाड़ियों – डेविड वार्नर और स्टीव स्मिथ के बिना मैदान पर उतरेगी.
इस अठाईस वर्षीय गेंदबाज को यह भी लगता है कि कोई भी विदेशी दौरा आसान नहीं होता. उन्होंने सोमवार को यहां कुछ पत्रकारों से कहा, यह (ऑस्ट्रेलियाई दौरा) चुनौतीपूर्ण होगा, कोई भी दौरा आसान नहीं होता.
लेकिन ऑस्ट्रेलिया दौरा चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि जब आप अपने देश के बाहर खेलते हो तो आपको कुछ निश्चित परिस्थितियों के अनुरूप ढलने की जरूरत पड़ती है. गेंदबाजों के लिये यह आसान नहीं होता क्योंकि इन दिनों गेंद में ज्यादा मूवमेंट नहीं होता.
ऑस्ट्रेलिया को स्मिथ और वार्नर की सेवायें नहीं मिलेंगी क्योंकि इन दोनों पर दक्षिण अफ्रीका के पिछले दौरे के दौरान गेंद से छेड़छाड़ के लिये एक साल का प्रतिबंध लगा हुआ है. इनकी अनुपस्थिति से मेजबान टीम पर पड़ने वाले असर के बारे में भुवनेश्वर ने कहा, मैं यह नहीं कह सकता कि हम उन पर भारी पड़ेंगे.
उनके पास दो बल्लेबाज (स्मिथ और वार्नर) नहीं है, जिन्होंने टीम के लिये पिछले कई वर्षों शानदार प्रदर्शन किया है. लेकिन उनकी टीम में उनके स्थान पर अन्य बल्लेबाज हैं और ऐसा नहीं है कि वे अच्छे नहीं है. उत्तर प्रदेश के इस क्रिकेटर ने कहा, उनके लिये घरेलू परिस्थतियां होंगी. हमारे लिये कहूं तो अगर दो खिलाड़ी (स्मिथ और वार्नर) टीम में होते हैं तो यह चुनौती होगी और अगर वे टीम में नहीं हैं तो भी यह एक चुनौती होगी.
उन्होंने कहा, अगर यह आसान होता तो हम बीते समय में भी हमेशा वहां शृंखला अपने नाम करते. यह आसान नहीं होगा. वहां अभ्यास मैचों में हमारी तैयारी भी मायने रखेगी. भारतीय टीम चार टेस्ट मैचों की सीरीज के लिये ऑस्ट्रेलिया जायेगी, जिसमें पहला टेस्ट मैच एडिलेड में छह दिसंबर से शुरू होगा.
वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले दो वनडे के लिये भुवनेश्वर को आराम दिया गया है. भुवनेश्वर ने 92 वनडे और 21 टेस्ट मैच खेले हैं. उन्होंने टीम प्रबंधन की रोटेशन नीति की प्रशंसा की. उन्होंने कहा, जिस तरह से तेज गेंदबाजों को रोटेशन नीति के तहत आराम दिया जाता है और इस दौरान दूसरों को मौका मिलता है, यह अच्छा है क्योंकि इससे शरीर तरोताजा रहता है.
भुवनेश्वर ने ब्रेक की जरूरत पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा, जब आप लंबे दौरे पर खेलते हो तो आपको ब्रेक की जरूरत होती है. आप मानसिक रूप से थके होते हो.