नयी दिल्ली : भारतीय टीम को 2011 में वर्ल्ड कप दिलाने वाले तेज गेंदबाज मुनाफ पटेल ने चुपके से क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी है.
मुनाफ ने इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में अपने रिटायरमेंट की घोषणा की और कहा, यह संन्यास लेने का सही समय है, उन्हें इसका कोई अफसोस नहीं है. मुनाफ ने कहा, मैंने जितने भी क्रिकेटरों के साथ खेला, उसमें धौनी को छोड़कर सभी रिटायर हो चुके हैं. गम तब होता है जब अपने साथ खेलने वाले सभी खेलते रहते और मै संन्यास की घोषणा करता.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा के बाद उन्होंने कहा, वो अब कोचिंग में ध्यान लगाना चाहते हैं. इसके अलावा वो यूएई में होने वाले टी-10 लीग मैच में हिस्सा लेंगे.
* 2011 वर्ल्ड कप में मुनाफ ने की बेहतरीन गेंदबाजी
गुजरात में जन्में 6 फुट 3 इंच के मुनाफ पटेल ने वर्ल्ड कप 2011 में शानदार गेंदबाजी की थी. भारत की ओर से सबसे अधिक विकेट लेने के मामले में वो जहीर खान (21) और युवराज सिंह (15) के बाद तीसरे नंबर पर थे. मुनाफ ने 8 मैचों की 8 पारियों में 353 रन देकर 11 विकेट चटकाये. जिसमें उन्होंने एक मैच में 48 रन देकर चार विकेट उड़ाये.
* क्रिकेट के अलावा मैं कुछ नहीं समझता : मुनाफ
क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करते हुए मुनाफ पटेल काफी भावुक हो गये. उन्होंने कहा, मेरा मन आज भी ये नहीं मान रहा है कि मैं क्रिकेट छोड़ दूं. क्रिकेट के अलावा कुछ भी नहीं समझ आता है. उन्होंने कहा, मैं केवल क्रिकेट को ही समझता हूं.
* एक नजर मुनाफ के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैरियर पर
मुनाफ पटेल ने भारत के लिए 13 टेस्ट, 70 वनडे और 3 टी-20 मैच खेले हैं. जिसमें उन्होंने टेस्ट में 35 विकेट, वनडे में 86 और टी-20 में 4 विकेट लिये. 9 मार्च 2006 को मुनाफ ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में डेब्यू किया और न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी बार 3 अप्रैल 2009 को खेला.
वहीं 3 सितंबर 2006 को इंग्लैंड के खिलाफ वनडे में डेब्यू किया था और आखिरी बार 3 सितंबर 2011 को इंग्लैंड के खिलाफ ही वनडे मैच खेला था. टी-20 में मुनाफ का कैरियर अधिक दिनों तक नहीं रहा. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 9 जनवरी 2011 को डेब्यू किया और इंग्लैंड के खिलाफ 31 अगस्त 2011 को आखिरी बार टी-20 मैच खेला.