मेलबर्न : ऑस्ट्रेलिया से तीसरा टेस्ट मैच आज, विजय और लोकेश टीम से बाहर
मेलबर्न : भारत ने जीत की राह पर लौटने की कवायद में बुधवार से यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू हो रहे तीसरे ‘बॉक्सिंग डे’ टेस्ट के लिए मयंक अग्रवाल और हनुमा विहारी की युवा सलामी जोड़ी को जिम्मेदारी सौंपी है. पर्थ में दूसरे टेस्ट में 146 रन की हार के बाद भारत को इसकी समीक्षा […]
मेलबर्न : भारत ने जीत की राह पर लौटने की कवायद में बुधवार से यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू हो रहे तीसरे ‘बॉक्सिंग डे’ टेस्ट के लिए मयंक अग्रवाल और हनुमा विहारी की युवा सलामी जोड़ी को जिम्मेदारी सौंपी है.
पर्थ में दूसरे टेस्ट में 146 रन की हार के बाद भारत को इसकी समीक्षा करने के लिए एक हफ्ते का ब्रेक मिला और टीम ने खराब फार्म से जूझ रहे सलामी बल्लेबाजों लोकेश राहुल और मुरली विजय को अंतत: अंतिम एकादश से बाहर कर दिया.
कप्तान विराट कोहली के पास ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या को खिलाने का विकल्प था, लेकिन उन्होंने दोबारा फिट हो चुके रोहित शर्मा को अतिरिक्त बल्लेबाज के रूप में खिलाने का फैसला किया. भारतीय टीम प्रबंधन ने परंपरा से हटते हुए मैच से एक दिन पूर्व ही अपनी अंतिम एकादश की घोषणा कर दी, जिससे टीम के संभावित संयोजन को लेकर लगायी जा रही अटकलें भी खत्म हो गयीं.
विहारी के पास घरेलू मैच में ओपनिंग का अनुभव
मेलबर्न में मौजूद चयन समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने संकेत दिये हैं कि पृथ्वी शॉ के चोटिल होने के कारण विहारी कामचलाऊ समाधान हैं. अग्रवाल ने हालांकि टीम में जगह घरेलू स्तर और भारत-ए की ओर से शानदार प्रदर्शन की बदौलत बनायी है. विहारी आंध्र की ओर से तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं. वह हालांकि प्रथम श्रेणी कैरियर की शुरुआत में हैदराबाद के लिए पारी का आगाज कर चुके हैं.
उनके पारी की शुरुआत करने की जिम्मेदारी मिलने से जाहिर है कि उन्होंने अब तक अपने दो टेस्ट में टीम प्रबंधन को प्रभावित किया है और यही कारण है कि उन्हें मिशेल स्टार्क, पैट कमिंस और जोश हेजलवुड के खिलाफ जिम्मेदारी सौंपी गयी है. टीम प्रबंधन की इस रणनीति से एक बार फिर सभी की नजरें रोहित शर्मा पर टिकी होंगी, जिन्हें फिर मध्यक्रम में मौका दिया जा रहा है. इससे पहले टीम प्रबंधन रोहित को अंतिम एकादश में मौका देने के लिए चेतेश्वर पुजारा (सिडनी में 2014 में) को टीम से बाहर कर चुका है, जबकि कोलंबो में 2015 में अजिंक्य रहाणे, जबकि सेंट लूसिया में 2016 में कप्तान विराट कोहली तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे. रोहित हालांकि टेस्ट क्रिकेट में निरंतर अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं.
क्सिंग-डे : ऑस्ट्रेलिया ने जीते हैं 57 फीसदी टेस्ट मैच
1950 में ऑस्ट्रेलिया ने पहली बार बॉक्सिंग-डे टेस्ट खेला था. तब उसने इंग्लैंड को 28 रन से हराया था. तब से अब तक वह 42 बॉक्सिंग-डे टेस्ट खेल चुका है. इसमें उसने 24 जीते और आठ हारे हैं. 10 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं.
12 टेस्ट खेले मेलबर्न में भारत ने अब तक, इनमें सिर्फ दो ही जीत पाया
26 दिसंबर को बॉक्सिंग डे टेस्ट क्यों : बॉक्सिंग-डे टेस्ट का मुक्केबाजी से नहीं, बल्कि बॉक्स (डिब्बे) से संबंध है. ईसाई बहुल देशों में क्रिसमस (25 दिसंबर) के अगले दिन बॉक्स में उपहार रखकर बांटने की परंपरा है. इस कारण यह दिन बॉक्सिंग डे कहलाता है. यही वजह है कि ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड में 26 दिसंबर से होने वाले मैच को बॉक्सिंग डे टेस्ट कहते हैं.
पहली बार भारत ने एक दिन पहले ही घोषित की अंतिम-11 टीम
भारत (एकादश): कोहली (कप्तान), मयंक, हनुमा विहारी, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा, ऋषभ पंत, रवींद्र जडेजा, इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह.
ऑस्ट्रेलिया (एकादश): टिम पेन (कप्तान), हैरिस, आरोन फिंच, उस्मान ख्वाजा, ट्रेविस हेड, शान मार्श, मिशेल मार्श, नाथन लियोन, मिशेल स्टार्क, पैट कमिंस व जोश हेजलवुड.