सिडनी : भारत के खिलाफ चौथे टेस्ट में हार के कगार पर खड़ी ऑस्ट्रेलियाई टीम की पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने जमकर आलोचना की है. उन्होंने नाथन लियोन के खेल के चौथे दिन अपने पगबाधा आउट होने के फैसले की समीक्षा नहीं करने का निर्णय लिया को गलत बताया.
दरअसल लियोन को कुलदीप यादव की गेंद के पैड पर लगने के बाद पगबाधा करार दिया गया. इस ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने नान-स्ट्राइकर छोर पर खड़े मिशेल स्टार्क से पूछा कि उन्हें अंपायर के फैसले की समीक्षा लेने का विकल्प लेना चाहिए या नहीं, लेकिन दोनों ने ऐसा नहीं करने का फैसला किया जबकि उस समय पारी के दो रिव्यू बचे हुए थे और केवल दो ही विकेट रह गये थे.
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चौथे दिन स्टंप तक ऑस्ट्रेलियाई टीम पहली पारी में 300 रन के स्कोर पर सिमट गयी जिससे भारत ने फॉलोआन देने का फैसला किया. भारत ने सात विकेट पर 622 रन पर पहली पारी घोषित की थी. पोंटिंग ने चैनल सेवन पर कहा, वो आउट होना काफी कुछ बताता है, इससे पता चलता है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम की मानसिक स्थिति अभी कैसी है. कहीं भी कोई भी निराशा नहीं दिखती.
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उन्होंने कहा, उन्होंने इस पहलू के बारे में क्यों नहीं सोचा? उनके पास तब भी दो रिव्यू बचे थे. पोंटिंग ने स्टार्क भी आलोचना की जो दूसरे छोर पर थे और उन्होंने इसमें कोई मदद नहीं की. उन्होंने कहा, सीधे इनकार कर देने से मिशेल स्टार्क का मतलब था कि यह फैसला लेना मुझ पर नहीं निर्भर नहीं करता, तुम्हें फैसला करना है.
उन्होंने कहा, दुर्भाग्य से, जब आप क्रीज पर होते हो तो यह भागीदारी होती है. आप अपने साथी खिलाड़ी को बचाने के लिये सब कुछ करने की कोशिश कर सकते हो. लेकिन वहां ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला. रिप्ले में लगता है कि गेंद शायद ऑफ स्टंप की लाइन से बाहर निकली थी और अगर उन्होंने डीआरएस लिया होता तो लियोन को ‘नाट आउट’ करार किया जा सकता था.
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