न्यूजीलैंड को वनडे शृखंला में हराने के बाद बोले कप्तान रोहित शर्मा, खुद को परखना चाहते थे
वेलिंगटन : कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा ने रविवार को कहा कि हैमिल्टन में मिली करारी शिकस्त के बाद उनकी टीम कठिन परिस्थितियों में खुद को परखना चाहती थी. साथ ही उन्होंने पांचवें वनडे में टीम के जज्बे की प्रशंसा की जिससे भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ शृंखला 4-1 से अपने नाम की. भारत को चौथे […]
वेलिंगटन : कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा ने रविवार को कहा कि हैमिल्टन में मिली करारी शिकस्त के बाद उनकी टीम कठिन परिस्थितियों में खुद को परखना चाहती थी.
साथ ही उन्होंने पांचवें वनडे में टीम के जज्बे की प्रशंसा की जिससे भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ शृंखला 4-1 से अपने नाम की. भारत को चौथे वनडे में करारी हार का मुंह देखना पड़ा था जिसमें टीम महज 92 रन पर सिमट गयी थी, लेकिन दौरा करने वाली टीम ने रविवार को पांचवें मैच में वापसी की और 252 रन का स्कोर खड़ा करके 35 रन से जीत हासिल की.
रोहित ने मैच खत्म होने के बाद कहा, हैमिल्टन में मिली हार बहुत बड़ी थी. हमें बतौर टीम एकजुट होने की जरूरत थी. मैं जानता था कि पिच पर कुछ नमी थी. अगर शृंखला जीवंत होती तो हम लक्ष्य का पीछा करना चाहते लेकिन हम आज खुद को परखना चाहते थे. हालांकि बल्लेबाजी में रोहित केवल दो रन का योगदान दे सके. उन्होंने कहा, जब हमने चार विकेट गंवा दिये थे, तो हमें सिर्फ किसी के मैदान पर टिकने की जरूरत थीं रायुडू और विजय शंकर ने ऐसा ही किया.
दोनों के बीच साझेदारी ने हमारे लिये मैच का रूख पलट दिया और अंत में जिस तरह से हार्दिक और केदार खेले, वो शानदार था. टीम का जज्बा शानदार रहा. उन्होंने अहम मौकों पर विकेट झटकने के लिये गेंदबाजों की भी तारीफ की. उन्होंने कहा, अंत में विकेट सपाट हो गया था, लेकिन एक समय ऐसा लग रहा था कि इस लक्ष्य को हासिल करना आसान है, लेकिन गेंदबाजी इकाई ने एकजुट होकर गेंदबाजी की और हमें जीत दिलायी.
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रोहित ने कहा, शुरू में चार विकेट गंवाने के बाद चीजें आसान नहीं थी. हालांकि पिच पर 250 रन का स्कोर अच्छा था. गेंदबाजों ने अहम मौकों पर विकेट झटके. मैं इससे ज्यादा की उम्मीद नहीं कर सकता. प्लेयर ऑफ द मैच रहे रायुडु ने कहा कि अच्छे गेंदबाजी आक्रमण का सामना करना मुश्किल था और वह सिर्फ अपना विकेट बचाकर अंत तक खेलना चाहते थे. उन्होंने कहा, बेहतर आक्रमण के खिलाफ यह थोड़ा कठिन था. मैं सोच रहा था कि हमें बिना विकेट गंवाये 30वें ओवर तक मैच को ले जाना चाहिए.
मैंने, विजय और केदार ने बल्लेबाजी की. जो खिलाड़ी चौथे, पांचवें और छठे स्थान पर बल्लेबाजी करते हैं, उन्हें विषम परिस्थितियों में ही बल्लेबाजी का मौका मिलता है. न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन ने स्वीकार किया कि उनकी टीम लगातार दबाव के आगे टिक नहीं सकी. उन्होंने कहा, यह अलग पिच थी. उन्होंने अच्छा स्कोर बनाया. हम जानते थे कि यह मुश्किल होगा, हम इस लक्ष्य को हासिल नहीं कर सके. हमने गलत समय पर विकेट गंवाये. उन्होंने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया.
मोहम्मद शमी को प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया, जिन्होंने शृंखला में नौ विकेट हासिल किये, जिसमें पांचवें मैच में हासिल किये गये दो विकेट भी शामिल थे. भारत और न्यूजीलैंड के बीच अब तीन मैचों की टी20 अंतरराष्ट्रीय शृंखला बुधवार से शुरू होगी.