72 साल पहले इस खिलाड़ी ने किया था सबसे पहले ”मांकड़िंग” का प्रयोग
नयी दिल्ली : किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान आर अश्विन द्वारा राजस्थान रॉयल्स के जोस बटलर को आईपीएल के मैच में मांकड़िंग करने के बाद खेलभावना को लेकर बहस शुरू हो गई है और इसमें दिग्गज क्रिकेटरों की अलग-अलग राय है. कई पूर्व क्रिकेटर अश्विन को गलत ठहरा रहे हैं, तो कुछ खेल का हवाला […]
नयी दिल्ली : किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान आर अश्विन द्वारा राजस्थान रॉयल्स के जोस बटलर को आईपीएल के मैच में मांकड़िंग करने के बाद खेलभावना को लेकर बहस शुरू हो गई है और इसमें दिग्गज क्रिकेटरों की अलग-अलग राय है.
कई पूर्व क्रिकेटर अश्विन को गलत ठहरा रहे हैं, तो कुछ खेल का हवाला देकर अश्विन को दोषी नहीं मान रहे हैं. अश्विन ने सोमवार को आईपीएल के मैच में दूसरे छोर पर खड़े बटलर को रन आउट किया, जबकि इससे पहले उन्हें चेतावनी भी नहीं दी. रॉयल्स वह मैच 14 रन से हार गये.
बहुत कम लोगों को यह मालूम होगा कि आखिरी इस तरह से रन आउट करने को मांकड़िंग क्यों कहा जाता है. इसका क्रिकेट में कब से प्रयोग किया जा रहा है. दरअसल वीनू मांकड़ के नाम पर इसे मांकड़िंग कहा जाता है, क्योंकि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1947 में सबसे पहले इसका इस्तेमाल किया था.
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हालांकि भारत के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर को इस बात पर ऐतराज है कि इसे मांकड़िंग क्यों कहा जाता है. गावस्कर बार-बार कहते आये हैं , बिल ब्राउन आउट हुए थे तो इसे मांकड़िंग क्यों कहते हैं, ब्राउंड क्यों नहीं.
– अश्विन के अलावा ये क्रिकेटर भी कर चुके हैं मांकड़िंग का प्रयोग
* श्रीलंका के खिलाफ ब्रिसबेन में कामनवेल्थ बैंक सीरिज के एक मैच के दौरान 21 फरवरी 2012 को अश्विन ने दूसरे छोर पर खड़े लाहिरू तिरिमन्ने को मांकड़िंग आउट किया था.
उस समय सबसे सीनियर खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने कार्यवाहक कप्तान वीरेंद्र सहवाग से बात की और उन्होंने तिरिमन्ने के खिलाफ अपील वापिस लेने का फैसला किया. अश्विन उस समय जूनियर खिलाड़ी थे और उन्होंने जो किया वह नियमों के दायरे में था, लेकिन सीनियर खिलाड़ियों की सोच अलग थी.
* जहां तक बटलर का सवाल है तो श्रीलंका के सचित्र सेनानायके ने तीन जून 2014 को एडबस्टन में खेले गए एक मैच के दौरान बटलर को मांकड़िंग आउट करने से पहले चेताया था.
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* कपिल देव ने तीन दिसंबर 1992 को पोर्ट एलिजाबेथ में वनडे मैच के दौरान पीटर कर्स्टन को इसी तरह आउट किया था. उन्होंने हालांकि इससे पहले कर्स्टन को चेतावनी दी थी. गुस्से से भरे कर्स्टन पवेलियन लौट गए और तत्कालीन कप्तान केपलर वेसल्स को यह नागवार गुजरा. उसके बाद दूसरा रन लेने के प्रयास में वेसल्स ने अपना बल्ला इस तरह घुमाया कि कपिल को चोट लगी. उस समय मैच रैफरी नहीं होते थे तो वेसल्स को कोई सजा नहीं हुई.
* घरेलू क्रिकेट में रेलवे के स्पिनर मुरली कार्तिक दो बार बल्लेबाजों को मांकड़िंग आउट कर चुके हैं. इंग्लैंड के काउंटी सत्र में सर्रे की ओर से खेलते हुए 2012 में उन्होंने समरसेट के बल्लेबाज एलेक्स बैरो को इसी तरह आउट किया था. इसके अगले साल रणजी मैच में उन्होंने बंगाल के बल्लेबाज संदीपन दास को चेतावनी देने के बाद मांकड़िंग आउट किया.
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* 32 साल पहले लाहौर में विश्व कप 1987 के अहम मैच के दौरान वेस्टइंडीज के पूर्व महान गेंदबाज कर्टनी वाल्श ने 11वें नंबर के बल्लेबाज सलीम जाफर को दो बार चेताया. वाल्श ने उन्हें हालांकि रन आउट नहीं किया और अब्दुल कादिर ने छक्का लगाकर पाकिस्तान को जीत दिलाई. वाल्श को खेलभावना के प्रदर्शन के लिये पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति जिया उल हक ने विशेष पदक दिया था.