चेन्नई सुपरकिंग्स में 60 साल के बूढें नहीं, 32 से 35 साल के जवान हैं
नयी दिल्ली : ड्वेन ब्रावो को समझ में नहीं आता कि जब भी चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम जीत दर्ज करती है तब उम्र संबंधी बात क्यों उठने लगती है क्योंकि उनका मानना है कि अनुभव अधिक मायने रखता है. चेन्नई ने मंगलवार को आईपीएल मैच में दिल्ली कैपिटल्स को छह विकेट से हराया तथा जब […]
नयी दिल्ली : ड्वेन ब्रावो को समझ में नहीं आता कि जब भी चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम जीत दर्ज करती है तब उम्र संबंधी बात क्यों उठने लगती है क्योंकि उनका मानना है कि अनुभव अधिक मायने रखता है.
चेन्नई ने मंगलवार को आईपीएल मैच में दिल्ली कैपिटल्स को छह विकेट से हराया तथा जब मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में ब्रावो से उम्र संबंधी सवाल पूछा गया तो वह इस मसले को लेकर टीम की आलोचना करने वालों को जवाब देने से नहीं चूके. ब्रावो ने कहा कि हम अपनी उम्र से अच्छी तरह वाकिफ हैं. हमारी जो उम्र है वही है और आप गूगल पर सर्च कर सकते हो लेकिन यह कोई मसला नहीं है। हम 60 साल के बूढ़े नहीं है. हम 32 से 35 साल के खिलाड़ी हैं. हम अब भी जवां हैं. हम अपने शरीर का ध्यान रखते हैं और हमें बहुत अधिक अनुभव है.”
ब्रावो ने कहा कि चेन्नई के लिये मुश्किल परिस्थितियों में उसका अनुभव और ‘विश्व के सर्वश्रेष्ठ कप्तान’ का साथ काफी काम आता है. वेस्टइंडीज के पूर्व आलराउंडर ने कहा कि किसी भी खेल में, किसी भी टूर्नामेंट में, आप अनुभव को मात नहीं दे सकते. हम अपनी कमजोरी जानते हैं और हम चतुराई भरा खेल खेलते हैं और हमारी अगुवाई दुनिया का सर्वश्रेष्ठ कप्तान करता है और वह (धोनी) हमें याद दिलाता रहता था कि हमारी टीम सबसे तेज नहीं है लेकिन सबसे अनुभवी टीम है.
ब्रावो से पूछा गया कि क्या महेंद्र सिंह धौनी के साथ बल्लेबाजी करने को लेकर कोई रणनीति होती है, ‘‘हमारी कोई रणनीति नहीं होती है. हम टीम बैठक नहीं करते. हम मैदान पर उतरकर अपना काम करते हैं. धौनी की अपनी शैली है और प्रत्येक खिलाड़ी की अपनी शैली है। हम केवल परिस्थितियों को देखते हैं और उससे तेजी से सामंजस्य बिठाते हैं और यहां अनुभव काम आता है.