विश्व कप में ओपनर, फिनिशर और चौथे नंबर के बल्लेबाज की भूमिका निभा सकते हैं कार्तिक : नायर
कोलकाता : दिनेश कार्तिक को विश्व कप के लिए भले ही बैकअप विकेटकीपर के रूप में चुना गया हो, लेकिन उनके मेंटर अभिषेक नायर का मानना है कि तमिलनाडु का यह बल्लेबाज इंग्लैंड में भारत के लिए सलामी बल्लेबाज, फिनिशर या चौथे नंबर पर विशेषज्ञ बल्लेबाज की भूमिका निभा सकता है. एमएसके प्रसाद की अगुआई […]
कोलकाता : दिनेश कार्तिक को विश्व कप के लिए भले ही बैकअप विकेटकीपर के रूप में चुना गया हो, लेकिन उनके मेंटर अभिषेक नायर का मानना है कि तमिलनाडु का यह बल्लेबाज इंग्लैंड में भारत के लिए सलामी बल्लेबाज, फिनिशर या चौथे नंबर पर विशेषज्ञ बल्लेबाज की भूमिका निभा सकता है.
एमएसके प्रसाद की अगुआई वाली चयन समिति ने सोमवार को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आलराउंडर विजय शंकर को चुना और स्पष्ट कर दिया था कि महेंद्र सिंह धौनी के चोटिल होने पर ही दूसरे विकेटकीपर को खेलने का मौका मिलेगा. हालांकि नायर का कहना है कि कार्तिक बहस का विषय बने चौथे नंबर के स्थान के लिए भारत का जवाब हो सकता है और जरूरत पड़ने पर पारी का आगाज भी कर सकता है.
नायर ने मुंबई से कहा, वह केदार जाधव की फिनिशर की भूमिका निभाने के अलावा जरूरत पड़ने पर चौथे नंबर पर बल्लेबाजी भी कर सकता है. जरूरत पड़ने पर वह पारी का आगाज तक कर सकता है. उन्होंने कहा, अच्छा क्षेत्ररक्षक होने से उनकी अहमियत में इजाफा होता है. बेशक वह बैकअप विकेटकीर है लेकिन मुझे यकीन है कि अगर कोई खराब फार्म से जूझ रहा होगा तो प्रबंधन उसे विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में देख सकता है.
नायर को कार्तिक के करियर को निखारने का श्रेय जाता है. कोलकाता नाइट राइडर्स का यह मेंटर हालांकि चयन के दिन कार्तिक के साथ नहीं था, लेकिन केकेआर के कप्तान ने उन्हें फोन करके आभार जताया. उन्होंने कहा, वह आभार जता रहा था और उस समय की बात की जब तीन साल पहले हम साथ आये. हम उन दिनों के बारे में सोच रहे थे, हमें नहीं पता था कि उसका करियर किस दिशा में जा रहा है. इसलिए अब विश्व कप की टीम का हिस्सा होना उसके जैसे खिलाड़ी के लिए विशेष है.
दो महीने पहले चयन समिति ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय शृंखला के लिए कार्तिक की अनदेखी की थी जिसे विश्व कप के लिए भारत की अंतिम तैयारी माना जा रहा था. इससे लगने लगा था कि ऋषभ पंत दूसरे विकेटकीपर के स्थान के लिए उनकी पसंद है. नायर ने कहा, हार मानना हमारे शब्दकोश में नहीं हैं. हमने कभी घुटने टेकने में विश्वास नहीं किया. जिस दिन हम हार मान लेंगे उस दिन खेलना छोड़ देंगे.