कोलकाता : कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के विस्फोटक बल्लेबाज आंद्रे रसेल ने इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) मैच में शुक्रवार को यहां रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से मिली हार को ‘खट्टा-मीठा’ अनुभव करार देते हुए खुद को निचले क्रम पर बल्लेबाजी के लिए भेजे जाने के टीम के फैसले पर निराशा जतायी.
जीत के लिए 214 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी केकेआर की शुरुआत खराब रही. टीम ने पांच ओवर के अंदर 33 रन पर तीन विकेट गंवा दिये और फिर रॉबिन उथप्पा ने 20 गेंद में सिर्फ नौ रन की पारी खेलकर चीजों को और मुश्किल कर दिया.
ऐसे में जब रसेल बल्लेबाजी करने आये, तब टीम को जीत के लिए 49 गेंदों पर 135 रनों की जरूरत थी, लेकिन वेस्टइंडीज के इस पावर हिटर ने आखिरी ओवर तक टीम की उम्मीदों को जीवित रखा. उन्होंने नौ छक्के और दो चौके की मदद से 25 गेंद में 65 रन बनाये.
मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में रसेल ने कहा, ‘सिर्फ 10 रन से हारना निराशाजनक है, हम जीत से सिर्फ दो शॉट दूर रह गये. अगर हमने बीच के ओवरों में कुछ और रन बनाये होते, तो शायद कुछ गेंद शेष रहते ही जीत जाते.’
लेफ्टहैंड बल्लेबाज नितीश राणा (46 गेंदों पर नाबाद 85 रन) ने भी अंतिम ओवरों में बड़े शॉट लगाये, लेकिन उनकी और रसेल की पारी टीम को लगातार चौथी हार से नहीं बचा सकी. रसेल ने कहा, ‘नितीश ने शानदार बल्लेबाजी की, लेकिन हम निश्चित तौर पर निराश हैं. इसलिए मुझे खुशी और गम दोनों है.’
रसेल से जब पूछा गया कि क्या उन्हें चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आना चाहिए था, तो उन्होंने पहले इस सवाल को टालने की कोशिश की, लेकिन फिर कहा कि टीम को इसे लेकर ज्यादा लचीला रुख अपनाना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘मुझे ऐसा (मुझे चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करनी चाहिए थी) लगता है. कई बार आपको इसे लेकर लचीला होना होगा. अगर आप हमारे टीम संयोजन को देखें, तो मुझे चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करने में कोई परेशानी नहीं है.’
वेस्टइंडीज के इस बल्लेबाज ने कहा, ‘जब मैं क्रीज पर रहता हूं, तो विराट कोहली मुझे आउट करने के लिए अपने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों का इस्तेमाल करते, जिससे आखिरी के ओवरों में उनके कम ओवर बचते और टीम के लिए लक्ष्य का पीछा करना आसान होता.’