नाटिंघम टेस्ट: भारत-इंग्लैंड के बीच पहला मैच ड्रॉ
नाटिंघम : अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे स्टुअर्ट बिन्नी के जुझारु अर्धशतक और भुवनेश्वर कुमार की लगातार दूसरी पारी में बेहतरीन बल्लेबाजी से भारत ने कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट क्रिकेट मैच आज यहां ड्रा करवाया. भारत का स्कोर सुबह एक समय छह विकेट पर 184 रन […]
नाटिंघम : अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे स्टुअर्ट बिन्नी के जुझारु अर्धशतक और भुवनेश्वर कुमार की लगातार दूसरी पारी में बेहतरीन बल्लेबाजी से भारत ने कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट क्रिकेट मैच आज यहां ड्रा करवाया.
भारत का स्कोर सुबह एक समय छह विकेट पर 184 रन था और उसे केवल 145 रन की बढत मिली थी. बिन्नी : 78 : ने यहीं से जिम्मेदारी संभाली तथा बेहद सतर्कता के साथ खेल रहे रविंद्र जडेजा : 31 : के साथ सातवें विकेट के लिये 65 और भुवनेश्वर कुमार : नाबाद 63 : के साथ आठवें विकेट के लिये 91 रन जोडकर भारत को संकट से बाहर निकाला. भारत ने नौ विकेट पर 391 रन पर अपनी दूसरी पारी समाप्त घोषित की जिसके बाद 15 ओवर पहले ही मैच ड्रा समाप्त घोषित कर दिया.
इंग्लैंड के गेंदबाजों को भारत के निचले क्रम के बल्लेबाजों के सामने फिर से जूझना पडा. स्पिनर मोइन अली उसके सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 105 रन देकर तीन विकेट लिये. स्टुअर्ट ब्राड और लियाम प्लंकेट ने दो . दो विकेट हासिल किये. कप्तान एलिस्टेयर कुक ने भी गेंद थामी और अपने 105वें टेस्ट मैच में पहला विकेट हासिल करने में सफल रहे. इन दोनों टीमों के बीच अगला टेस्ट मैच 17 जुलाई से लार्डस में खेला जाएगा.
भारत के लिये आखिरी दिन के नायक बिन्नी रहे लेकिन रिकार्ड बुक में नाम भुवनेश्वर ने लिखवाया. उन्होंने पहली पारी में 58 रन बनाये थे. वह नौवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए मैच में दो अर्धशतक जडने वाले दुनिया के दूसरे बल्लेबाज बन गये हैं. उनसे पहले आस्ट्रेलिया के पीटर सिडल ने 2013 में दिल्ली में भारत के खिलाफ ऐसा कारनामा किया था. नंबर नौ पर बल्लेबाजी करते हुए एक मैच में सर्वाधिक रन बनाने का रिकार्ड अब भुवनेश्वर :121: के नाम पर है.
भुवनेश्वर ने इस मैच में अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करते हुए 82 रन देकर पांच विकेट भी लिये थे. वह वीनू मांकड, पाली उमरीगर और रुसी सूरती के बाद चौथे भारतीय खिलाडी हैं जिन्होंने एक मैच में 50 रन से अधिक की दो पारियां खेलने के साथ ही पांच विकेट भी लिये.
बिन्नी और भुवनेश्वर की अर्धशतकीय पारियों से पहले भारत ट्रंेटब्रिज की बेजान पिच पर एक समय संकट में दिख रहा था. भारत ने सुबह तीन विकेट पर 167 रन से आगे खेलना शुरु किया लेकिन ब्राड ने कल के अविजित बल्लेबाज विराट कोहली : 8 : और अजिंक्य रहाणो : 24 : को अपने लगातार ओवरों में आउट करके भारतीय खेमे की चिंता बढा दी. कप्तान महेंद्र सिंह धोनी : 11 : का विकेट प्लंकेट ने उखाड दिये लेकिन जडेजा ने बहुत संयम से बल्लेबाजी की. उन्होंने 38वीं गेंद पर अपना खाता खोला.
कल रात और सुबह की बारिश के कारण खेल 15 मिनट की देरी से शुरु हुआ. ब्राड ने दूसरे ओवर में ही कोहली को पगबाधा आउट करके इंग्लैंड की जीत की उम्मीद जगा दी. उन्होंने अगले ओवर में रहाणो को विकेट के पीछे कैच कराया. अब धोनी पर जिम्मेदारी थी लेकिन वह भी अधिक देर तक नहीं टिक पाये. इस बीच कुक ने उन्हें जीवनदान भी दिया.
धोनी के आउट होने के बाद क्रीज पर उतरे बिन्नी ने अपने संयम और जज्बे का अच्छा प्रदर्शन किया और जडेजा के साथ मिलकर बखूबी मोर्चा संभाला. इन दोनों ने जेम्स एंडरसन और ब्राड के अच्छे स्पैल को बेहतरीन तरीके से खेला. बिन्नी ने प्लंकेट पर कवर ड्राइव से शुरुआत की और फिर बेहद नियंत्रित पुल शाट और बैकफुट कवर ड्राइव से अपना कौशल दिखाया.