दूसरा विश्व कप भी इंग्लैंड में आयोजित किया गया. इस विश्व कप में पहली बार गैर टेस्ट क्रिकेट खेलने वाली टीमों को विश्व कप में भाग लेने के लिए क्वालिफाइ करना पड़ा. पिछले विश्व कप की तरह 1979 के विश्व कप का फाइनल भी लॉर्ड्स में खेला गया. आठ टीमों ने इस विश्व कप में हिस्सा लिया और उनमें से चार-चार टीमों के दो ग्रुप बने.
इस बार ग्रुप-ए में इंग्लैंड, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा की टीमें थीं, तो ग्रुप-बी में वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड, श्रीलंका और भारत की टीम आइसीसी ट्रॉफी जीतने के कारण विश्व कप में खेलने आयी थी. खिताब की तगड़ी दावेदार वेस्टइंडीज की टीम दो मैच जीत कर अपने ग्रुप में शीर्ष स्थान पर रही. श्रीलंका के खिलाफ उसका मैच बारिश की भेंट चढ़ गया. श्रीलंका ने भारत को हराकर प्रतियोगिता का सबसे बड़ा उलटफेर किया. इस ग्रुप से न्यूजीलैंड की टीम दूसरे नंबर पर रही.
ग्रुप-ए से इंग्लैंड की टीम ने सभी मैच जीतकर शीर्ष स्थान हासिल किया, तो पाकिस्तान ने कनाडा और ऑस्ट्रेलिया को हरा कर सेमीफाइनल में जगह बनायी. सेमीफाइनल में इंग्लैंड ने रोमांचक मैच में न्यूजीलैंड को नौ रनों से हरा दिया. दूसरे सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज ने पाकिस्तान को हरा कर फाइनल में जगह बनायी.
23 जून को लॉर्ड्स में दूसरी बार फाइनल खेलने पहुंची वेस्टइंडीज की टीम, तो इस बार मेजबान इंग्लैंड को भी किस्मत आजमाने का मौका मिला. रिचर्ड्स ने शानदार शतक ठोंका और कॉलिस किंग ने भी बेहतरीन पारी खेली. वेस्टइंडीज ने 286 रनों का स्कोर खड़ा किया.
इंग्लैंड ने अच्छी शुरुआत की और पहले विकेट के लिए 129 रन जोड़े. इन दोनों के आउट होते ही इंग्लैंड की टीम धराशायी हो गई. सिर्फ गूच ने 32 रन बनाए. इंग्लैंड की टीम 51 ओवर में 194 रन बनाकर आउट हो गयी. वेस्टइंडीज दूसरी बार विश्व खिताब जीत लिया.