1996 वर्ल्ड कप : पहली बार मेजबान श्रीलंकाई टीम बनी विजेता इडेन पर दर्शकों के हंगामे से हार गया था भारत
भारत, श्रीलंका और पाकिस्तान ने संयुक्त रूप से टूर्नामेंट की मेजाबानी की. अर्जुन रणतुंगा की अगुआई वाली श्रीलंकाई टीम फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को सात विकेट से मात देकर चैंपियन बनी. यह पहला मौका था जब कोई मेजबान देश विजेता बना. ऑस्ट्रेलिया ने पहले खेलते हुए सात विकेट पर 241 रन बनाये. श्रीलंका ने 46.2 ओवर […]
भारत, श्रीलंका और पाकिस्तान ने संयुक्त रूप से टूर्नामेंट की मेजाबानी की. अर्जुन रणतुंगा की अगुआई वाली श्रीलंकाई टीम फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को सात विकेट से मात देकर चैंपियन बनी. यह पहला मौका था जब कोई मेजबान देश विजेता बना. ऑस्ट्रेलिया ने पहले खेलते हुए सात विकेट पर 241 रन बनाये.
श्रीलंका ने 46.2 ओवर में तीन विकेट पर 245रन बनाकर खिताब जीत लिया. पिछले पांच विश्व कप में सिर्फ चार मैच जीतने वाली श्रीलंकाई टीम अंत तक अजेय रही. श्रीलंका विश्व विजेता बनने वाला पांचवां देश बना. टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही विवाद शुरू हो गया था. ऑस्ट्रेलिया और जिंबाब्वे ने लिट्टे की आतंकी गतिविधियों के चलते श्रीलंका जाने से मना कर दिया. आइसीसी ने श्रीलंका को दोनों मैचों में पूरे अंक दिये. श्रीलंका और भारत के बीच सेमीफाइनल के दौरान कोलकाता के इडेन गार्डेंन में दर्शकों ने खूब उत्पात मचाया.
पुलिस को स्टेडियम में आना पड़ा पर हालात पर काबू नहीं पाया जा सका. नतीजा मैच पूरा नहीं हुआ और श्रीलंका को विजेता घोषित कर दिया गया. 13 मार्च का यह दिन क्रिकेट का काला अध्याय बन गया. श्रीलंका ने पहले खेलते हुए आठ विकेट पर 251 रन बनाए थे. जवाब में भारतीय टीम ने 34.1 ओवर में 120 रन पर ही आठ विकेट गंवा दिये थे उसकी हार तय थी. इससे नाराज दर्शकों ने मैदान में बोतलें और फलों के छिलके फेंकने शुरू कर दिए। इससे खेल रोक दिया गया.