पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान इयान चैपल ने एक साक्षात्कार में कहा है कि अब महेंद्र सिंह धौनी के जाने का समय आ गया है और उन्हें कप्तानी छोड़ देनी चाहिए. उन्होंने कहा है कि अब धौनी कप्तानी के रूप में ठीक नहीं लगते हैं इसलिए यह जिम्मेदारी अब किसी युवा के कंधों पर आनी चाहिए. उन्होंने विराट कोहली का नाम लेते हुए कहा है कि अब टेस्ट टीम की कप्तानी उन्हें सौंप देनी चाहिए.
आखिर क्यों चैपल ने दिया यह बयान?
धौनी के नेतृत्व में अभी टीम इंडिया अच्छा खासा खेल रही है और टेस्ट मैचों में उसकी रैंकिंग चार है, जबकि एकदिवसीय खेलों में वह ऑस्ट्रेलिया के बाद दूसरे नंबर पर है, वहीं टी-20 मैचों में वह पहले नंबर पर है. इसे एक टीम का घटिया प्रदर्शन नहीं माना जा सकता. टेस्ट रैकिंग में भी अभी हाल ही में गिरावट आयी है. धौनी का बल्ला भी अभी चल रहा है और इंग्लैंड के साथ खेलते हुए उन्होंने अर्धशतक भी जड़ा है. उनकी नेतृत्वक्षमता में भी कोई गिरावट नहीं आयी है, फिर इयान चैपल ने किस आधार पर यह बयान दिया.
धौनी ने 2012 में ही कहा था, 2015 के बाद लेंगे संन्यास
धौनी एक ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्हें यह पता है कि उन्हें कब क्या करना है. उन्होंने 2012 में ही इस बात के संकेत दे दिये थे कि वे 2015 के वर्ल्डकप के बाद वे टेस्ट मैचों से संन्यास ले लेंगे. ऐसे में इयान चैपल महेंद्र सिंह धौनी पर टिप्पणी करके समझदारी का प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं. वैसे भी यह एक खिलाड़ी का अधिकार होना चाहिए कि वह कब तक क्रिकेट खेले या फिर संन्यास ले. उसपर दबाव बनाकर उसके प्रदर्शन को प्रभावित करनी की क्या आवश्यकता है? यह सवाल लाजिमी है.