लंदन: जेम्स एंडरसन का रविंद्र जडेजा के साथ कथित झड़प को लेकर उठा विवाद तब और बढ़ गया जब भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने इंग्लैंड के तेज गेंदबाज की आलोचना करते हुए कहा कि पहले टेस्ट मैच के दौरान उसने सीमा रेखा का उल्लंघन किया था. एंडरसन पर आरोप है कि उन्होंने नाटिंघम टेस्ट मैच के दूसरे दिन लंच के समय पवेलियन के अंदर ड्रेसिंग रुम में जाते समय जडेजा को गाली दी और उन्हें धक्का दिया.
धौनी ने इंग्लैंड के खिलाफ आज से शुरु होने वाले दूसरे टेस्ट मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ऐसा (जडेजा को अपशब्द कहना और धक्का देना) हमने नहीं किया है. इस सचाई को स्वीकार करिये. उन्होंने कहा, जैसे कि प्रेस कान्फ्रेंस में आप मुझे कडे सवाल कर सकते हो. उनका जवाब देना या नहीं देना मेरा अधिकार है लेकिन मैं आपको छू नहीं सकता हूं. या आप आकर मुझे छू नहीं सकते. आप किस भी तरह से अपनी बात रख सकते हैं लेकिन कुछ चीजों का पालन करना जरुरी होता है और इनका पालन किया जाना चाहिए.
धौनी ने कहा, हम खेल भावना और ऐसी चीजों के बारे में बहुत बातें करते हैं तथा दिशानिर्देश भी हैं जिनका पालन करना जरुरी होता है. हमारी टीम में भी कुछ खिलाडियों ने पहले सीमा रेखा का उल्लंघन किया था. आप आक्रामक हो सकते हो, आप वाचाल हो सकते हो लेकिन कुछ दिशानिर्देश तय किये गये हैं और हमें उनका पालन करना चाहिए.
धौनी से पूछा गया कि धक्का देने के कारण क्या यह घटना काफी गंभीर है, उन्होंने कहा, निश्चित तौर पर हम ऐसा मानते हैं. जब उनसे पूछा गया कि क्या इस घटना के लिये जडेजा को भी दोषी ठहराया जाना चाहिए, उन्होंने कहा, नहीं, मैं ऐसा नहीं मानता. उन्होंने कहा, जडेजा ने यह अच्छा किया कि अपनी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं की. यह काफी बढ़ सकता था लेकिन मुझे लगता है कि वह बहुत अच्छी तरह से इससे निबटा. हमें इससे सीख लेकर आगे बढ़ना होगा. आखिर हम खेल खेल रहे हैं और कई लोग हमें देखते हैं और हमारे उपर काफी जिम्मेदारी होती है. भारतीय कप्तान ने इस बात का खंडन किया कि एंडरसन को विशेष रुप से निशाना बनाया गया है.
इंग्लैंड एंव वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) अपने खिलाड़ी के समर्थन में खडा है और लग रहा है कि बाकी बचे टेस्ट मैचों और वनडे श्रृंखला में दोनों टीमों के रिश्तों में खटास देखने को मिलेगी लेकिन धौनी ने कहा कि वह इस पहलू को लेकर बहुत अधिक चिंतित नहीं हैं.
उन्होंने कहा, मैं इसको लेकर चिंतित नहीं हूं. निश्चित तौर मैं यह सुनिश्चित करने की कोशिश करुंगा कि बाकी श्रृंखला सही भावना से खेली जाए लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप पूरी तरह से विनम्र बन जाओ. हम चाहते हैं कि खिलाड़ी आक्रामक रहे, कुछ बातें कहें लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि वह सीमाओं का उल्लंघन नहीं करें.