डेब्यू वर्ल्ड कप में पहली गेंद पर विकेट लेने वाले शंकर ने कहा, ”अपनी गेंदबाजी से हैरान नहीं हूं”
मैनचेस्टर : विजय शंकर ने विश्व कप के अपने पहले मैच में पाकिस्तान के दो विकेट चटकाकर लोगों का ध्यान खींचा और तमिलनाडु के इस ऑलराउंडर को भरोसा है कि वह भारत के अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. शंकर ने कहा कि छह महीने पहले अगर कोई उनसे कहता कि विश्व कप में […]
मैनचेस्टर : विजय शंकर ने विश्व कप के अपने पहले मैच में पाकिस्तान के दो विकेट चटकाकर लोगों का ध्यान खींचा और तमिलनाडु के इस ऑलराउंडर को भरोसा है कि वह भारत के अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.
शंकर ने कहा कि छह महीने पहले अगर कोई उनसे कहता कि विश्व कप में भारत की योजना में उनकी गेंदबाजी अहम होगी तो उन्हें हैरानी नहीं होती. इस मध्यम गति के गेंदबाज ने सलामी बल्लेबाज इमाम उल हक और विरोधी कप्तान सरफराज अहमद के विकेट चटकाए.
शंकर ने ‘मिक्सड जोन’ में मीडिया से बात करते हुए कहा, मुझे पता था कि मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं लेकिन मेरी गेंदबाजी मुझे उपयोगी बनाती है. पैर की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण भुवनेश्वर कुमार के बाहर होने पर शंकर ने विश्व कप में अपनी पहली ही गेंद पर विकेट हासिल किया.
उन्होंने 5.4 ओवर में 22 रन देकर दो विकेट चटकाए. शंकर ने कहा, मुझे खेल के सभी विभागों को सुधार करने रहने की जरूरत है और मैं चीजों को इसी तरह देखता हूं जिससे कि जब स्थिति आए तो मैं इसका सामना करने को तैयार रहूं. मेरा ध्यान हमेशा अपनी तैयारी पर होता है.
शंकर को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए चुना गया था, लेकिन शीर्ष तीन बल्लेबाजों के अच्छा प्रदर्शन करने पर टीम प्रबंधन के हार्दिक पांड्या को ऊपर भेजने की उम्मीद है और ऐेसे में शंकर छठे या सातवें नंबर पर भी बल्लेबाजी के लिए तैयार हैं.
उन्होंने कहा, ऑस्ट्रेलिया शृंखला की कुछ शुरुआती पारियों में मैं छठे या सातवें नंबर पर खेला था. जब आप देश के लिए खेल रहे हो तो विभिन्न हालात से सामंजस्य बैठाने के लिए तैयार रहना चाहिए. शंकर ने हालांकि कहा कि पहली ही गेंद पर विकेट हासिल करना सुखद आश्चर्य है.
उन्होंने कहा, यह मेरे लिए हैरानी भरा है क्योंकि ऐसा बेहद कम होता है कि कोई चोटिल हो जाए और मैं विकल्प के तौर पर आऊं. पहली गेंद पर विकेट हासिल करना मेरे लिए विशेष चीज है.