ऑस्ट्रेलिया व न्यूजीलैंड के बीच होगी श्रेष्ठता की जंग
लंदन : आइसीसी विश्व में सही समय पर लय हासिल करने वाली आॅस्ट्रेलियाई टीम शनिवार को जब अपने पड़ोसी देश न्यूजीलैंड के खिलाफ यहां मैदान पर उतरेगी तो उसकी कोशिश जीत की लय को जारी रखने की होगी. पिछले मैच में पाकिस्तान के खिलाफ टूर्नामेंट में पहली बार हार का स्वाद चखने वाली न्यूजीलैंड की […]
लंदन : आइसीसी विश्व में सही समय पर लय हासिल करने वाली आॅस्ट्रेलियाई टीम शनिवार को जब अपने पड़ोसी देश न्यूजीलैंड के खिलाफ यहां मैदान पर उतरेगी तो उसकी कोशिश जीत की लय को जारी रखने की होगी. पिछले मैच में पाकिस्तान के खिलाफ टूर्नामेंट में पहली बार हार का स्वाद चखने वाली न्यूजीलैंड की टीम में इस मुकाबले से आरोन फिंच की अगुवाई वाली टीम को लार्ड्स के मैदान में हराकर लय हासिल करने की कोशिश करेगी.
गत चैंपियन आॅस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ मैच गंवाने के अलावा इस टूर्नामेंट में कुछ भी गलत नहीं किया और वह सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली टीम बन गयी. न्यूजीलैंड अपने सभी सात मैचों में एक ही टीम के साथ उतरा है. टीम के नाम 11 अंक हैं और सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए उन्हें अपने बाकी दो मैचों में से कम से कम एक में जीत की जरूरत है.
न्यूजीलैंड अगर आॅस्ट्रेलिया और इंग्लैंड (तीन जुलाई) के खिलाफ एक मैच में जीत दर्ज करने में सफल रही तो लगातार चौथी बार विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह पक्की कर लेगी.
विश्व कप में दोनों टीमें पिछली बार (2015) टूर्नामेंट के फाइनल में भिड़ी थी और दोनों टीमों के खिलाड़ियों को उसकी यादें अब भी ताजा होगी. ऐसे में शनिवार को होने वाला मुकाबला काफी रोमांचक हो सकता है. ट्रांस-तस्मानाई प्रतिद्वंद्विता में हालांकि ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा काफी भारी है.
तटस्थ स्थल पर दोनों देशों के बीच खेले गये 20 एकदिवसीय में आॅस्ट्रेलिया की टीम 19 बार सफल रही है. न्यूजीलैंड की टीम को एकमात्र सफलता 1999 के विश्व कप में मिली जो विश्व कप में दोनों टीमें के बीच हुए सात मुकाबलों में न्यूजीलैंड की एकमात्र जीत है. सिर्फ इतिहास की दृष्टि ने ही नहीं बल्कि खिलाड़ियों की मौजूदा फार्म से भी पांच बार के चैंपियन ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी लग रहा है.
ऑस्ट्रेलिया ने अपने पिछले मैच में मेजबान और दुनिया की नंबर एक टीम इंग्लैंड को 64 रन से हराया था. फिंच और डेविड वार्नर की सलामी जोड़ी शानदार प्रदर्शन कर रही है और वे इस टूर्नामेंट की सबसे सफल जोड़ी बनने के करीब है. वे मौजूदा टूर्नामेंट में रन बनाने वालों की सूची में शीर्ष दो स्थान पर काबिज हैं और दोनों ने तीन शतकीय साझेदारी कर विश्व रिकाॅर्ड की बराबरी कर ली है.
तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क गेंदबाजों की सूची में शीर्ष पर है उन्होंने 18.26 की औसत की 19 विकेट चटकाये है. वह अपनी उछाल और स्विंग से न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों के लिए सिरदर्द साबित हो सकते है. जेसन बेहरेनडार्फ ने भी इंग्लैंड के खिलाफ पांच विकेट चटकाकर अपनी उपयोगिता साबित की. न्यूजीलैंड की टीम एक बार फिर अपने कप्तान केन विलियमसन पर निर्भर रहेगी जिन्होंने 138 की औसत से पांच पारियों में 414 रन बनाये हैं.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका एकमात्र शतक 2017 के चैम्पियंस ट्राॅफी में आया था. यह मुकाबला बारिश की भेंट चढ़ गया था. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 12 मैचों में उन्होंने 41.6 की औसत से 416 रन बनाये हैं जो उनके करियर औसत 48.12 से कम है.
टीमें
ऑस्ट्रेलिया
आरोन फिंच (कप्तान), डेविड वार्नर, उस्मान ख्वाजा, स्टीव स्मिथ, शॉन मार्श, एलेक्स कैरे, मार्कस स्टोइनिस, मैक्सवेल, स्टार्क, केन रिचर्डसन, पेट कमिंस, बेहरनडोर्फ, नाथन कुल्टर नाइल, एडम जांपा, नाथन लियोन.
न्यूजीलैंड
केन विलियमसन (कप्तान), मार्टिन गुप्टिल, मैट हेनरी, टॉम लैथम, कोलिन मुनरो, जिमी नीशाम, हेनरी निकोल्स, मिचेल सैंटनेर, ईश सोढ़ी, ट्रेंट बोल्ट, कोलिन डि ग्रांडहोम, लोकी फग्र्युसन, टिम साउदी, रोस टेलर, टॉम ब्लडेल