बर्मिंघम : भारत की विश्व कप में इंग्लैंड के हाथों हार के बाद पूर्व क्रिकेटरों ने महेंद्र सिंह धौनी की लचर बल्लेबाजी की कड़ी आलोचना की लेकिन कप्तान विराट कोहली ने हमेशा की तरह इस अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज का पक्ष लिया. भारत के सामने 338 रन का लक्ष्य था लेकिन वह पांच विकेट पर 306 रन ही बना पाया. धौनी 31 गेंदों पर 42 और केदार जाधव 13 गेंदों पर 12 रन बनाकर नाबाद रहे थे.
मैच की कमेंट्री कर रहे पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने बल्लेबाजी रवैये पर सवाल उठाये. गांगुली ने कहा कि ‘‘मेरे पास इसके लिये कोई स्पष्टीकरण नहीं हैं. मैं इन एक एक रन की व्याख्या नहीं कर सकता. लेंथ और उछाल ने भी भारतीय बल्लेबाजों को गच्चा दिया. आप 338 का लक्ष्य हासिल नहीं कर सकते लेकिन आखिर में आपके पांच विकेट बचे होते हैं.’
उन्होंने कहा कि ‘‘यह मनोदशा और मैच को लेकर आपकी सोच से जुड़ा है. संदेश साफ होना चाहिए था, चाहे जैसे भी हो और चाहे गेंद जहां भी पड़े आपको चौका या छक्का लगाना ही होगा. ‘ ऋषभ पंत और हार्दिक पंड्या के आउट होने के बाद भारत को आखिरी पांच ओवरों में 71 रन चाहिए थे. सभी की निगाह सर्वश्रेष्ठ फिनिशर रहे धौनी और केदार जाधव पर टिकी थी लेकिन वे टीम को पांच विकेट पर 206 रन के स्कोर तक ही पहुंचा पाये.
कोहली ने आलोचनाओं के बावजूद धौनी का बचाव किया और कहा कि मैच के आखिर में विकेट धीमा हो गया था जिस पर शाट लगाना मुश्किल था. उन्होंने कहा कि ‘‘मुझे लगता है कि धोनी ने बाउंड्री लगाने के लिये काफी कोशिश की लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इंग्लैंड ने सही क्षेत्र में गेंदबाजी की और गेंद रुककर आ रही थी. इसलिए आखिरी क्षणों में रन बनाना मुश्किल हो गया था.’
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि भारतीयों के रवैये को देखकर प्रशंसकों को निराशा हुई होगी. हुसैन ने कमेंट्री करते हुए कहा कि ‘‘मैं बहुत हैरान हूं. क्या चल रहा है. भारत ऐसा नहीं चाहता है. उसे रन की जरूरत है. वे क्या कर रहे हैं. कुछ भारतीय प्रशंसक स्टेडियम से निकलने लग गये हैं. निश्चित तौर पर वे धौनी से बड़े शाट चाहते हैं. यह विश्व कप का मैच है. दो चोटी की टीमें खेल रही हैं. भारतीय प्रशंसक चाहते हैं कि उनकी टीम कुछ और प्रयास करे। जीत के लिये जोखिम ले.’
पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने भी हुसैन की हां में हां मिलायी. मांजरेकर ने कहा कि ‘‘अगर कोई टीम भारत के विजय अभियान को रोक सकती थी तो वह इंग्लैंड थी. हालांकि आखिरी ओवरों में धौनी का रवैया हैरान करने वाला रहा.’