बर्मिंघम : भारतीय ऑलराउंडर विजय शंकर पांव के अंगूठे में चोट लगने के कारण सोमवार को विश्व कप से बाहर हो गये और उनकी जगह मयंक अग्रवाल को टीम में शामिल किया गया है. आईसीसी ने मयंक के टीम इंडिया से जुड़ने को लेकर बीसीसीआई के आग्रह को स्विकार कर लिया है.
मयंक ने अब तक कोई वनडे नहीं खेला है. शंकर दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं जो चोटिल होने के कारण टूर्नामेंट से बाहर हुए. उनसे पहले सलामी बल्लेबाज शिखर धवन को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच के दौरान अंगूठे में चोट लगने के कारण बाहर होना पड़ा था. उनकी जगह ऋषभ पंत ने ली.
बीसीसीआई के मीडिया विभाग ने कहा, विजय शंकर के बायें पांव के अंगूठे में फ्रैक्चर हो गया है जिसे ठीक होने में कम से कम तीन सप्ताह का समय लगेगा. चोटिल होने के कारण वह विश्व कप से बाहर हो गये हैं. भारतीय टीम प्रबंधन ने उनकी जगह मयंक अग्रवाल को टीम में रखने की अनुमति देने का आईसीसी से आग्रह किया था.
पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले कर्नाटक के सलामी बल्लेबाज अग्रवाल ने अब तक कोई एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है. माना जाता रहा है कि राहुल द्रविड़ के कोच रहते हुए भारत ए टीम के इंग्लैंड दौरे के दौरान अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें टीम में रखने का फैसला किया गया.
भारत ए ने इंग्लैंड लायन्स और वेस्टइंडीज ए के साथ खेली गयी त्रिकोणीय शृंखला जीती थी. मयंक और पृथ्वी शॉ ने उस शृंखला में सर्वाधिक रन बनाये थे. रोहित शर्मा ने रविवार को शंकर की चोट को लेकर बात की लेकिन लग रहा है कि यह साउथम्पटन में लगी चोट है जो उबर आयी है.
अब लगता है कि अफगानिस्तान और वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलने से शंकर की चोट उबर गयी थी. रोहित ने भारत की इंग्लैंड के हाथों हार के बाद कहा, नंबर चार को लेकर कोई अनिश्चितता नहीं है. विजय शंकर को खेलना था, लेकिन मैच से पहले वह चोटिल हो गया.
नेट सत्र में उसके पांव में जसप्रीत बुमराह की गेंद लगी और वह इस मैच के लिये पूरी तरह से फिट नहीं था. प्रत्येक टीम में कभी कभी एक या दो बदलाव होते रहते हैं. शंकर ने अफगानिस्तान के खिलाफ 29 और वेस्टइंडीज के खिलाफ 16 रन बनाये थे. उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ दो महत्वपूर्ण विकेट निकाले थे. अग्रवाल के नाम को आईसीसी की टूर्नामेंट तकनीकी समिति से मंजूरी मिलने की संभावना है तथा वह बर्मिंघम में ही टीम से जुड़ सकते हैं.