धौनी ने वही किया जो टीम के लिये सही था : सचिन तेंदुलकर
बर्मिंघम : महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को बांग्लादेश के खिलाफ विश्व कप मुकाबले में महेंद्र सिंह धौनी की बल्लेबाजी में कुछ भी चीज गलत नहीं लगी, जबकि उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में पूर्व भारतीय कप्तान की धीमी पारी की आलोचना की थी. तेंदुलकर की ताजा राय कुछ दिन पहले पूर्व कप्तान की आलोचना से […]
बर्मिंघम : महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को बांग्लादेश के खिलाफ विश्व कप मुकाबले में महेंद्र सिंह धौनी की बल्लेबाजी में कुछ भी चीज गलत नहीं लगी, जबकि उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में पूर्व भारतीय कप्तान की धीमी पारी की आलोचना की थी.
तेंदुलकर की ताजा राय कुछ दिन पहले पूर्व कप्तान की आलोचना से काफी अलग है जब उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ इसी तरह की पारी के लिये उनकी इच्छाशक्ति की कमी पर सवाल उठाये थे. धौनी ने बांग्लादेश के खिलाफ यहां मंगलवार को अंत में 33 गेंद में 35 रन बनाये जिससे अंतिम 10 ओवरों में भारत ने केवल 63 रन जुटाये.
प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर उनकी धीमी पारी की आलोचना की लेकिन तेंदुलकर ने कहा कि यह भारत के लिये अहम पारी थी.तेंदुलकर ने कहा, मुझे लगता है कि यह अहम पारी थी और उसने वही किया जो टीम के लिये सही था.
अगर वह 50वें ओवर तक क्रीज पर रहता है तो वह उसके साथ खेल रहे दूसरे खिलाड़ी की मदद कर सकता है. उससे ऐसा करने की उम्मीद थी और उसने वही किया. भारत ने बांग्लादेश पर 28 रन की जीत से विश्व कप के सेमीफाइनल में प्रवेश किया और तेंदुलकर ने धौनी की टीम के प्रति प्रतिबद्धता की प्रशंसा की. तेंदुलकर ने कहा, उसके लिये यह टीम के प्रति प्रतिबद्धता है. जो भी समय की जरूरत होगी, उसे ऐसा ही करना चाहिए और मंगलवार को उसने ऐसा ही किया.
तेंदुलकर ने साउथम्पटन में अफगानिस्तान पर 11 रन की जीत के दौरान भारत के प्रदर्शन पर निराशा व्यक्त की थी. उन्होंने कहा था कि धौनी और केदार जाधव के बीच सकारात्मक इच्छाशक्ति की कमी दिखी थी.उन्होंने कहा था, मुझे थोड़ी निराशा हुई, यह थोड़ा बेहतर हो सकता था. मैं केदार और धौनी के बीच भागीदारी से खुश नहीं था, यह बहुत धीमी थी. हमने 34 ओवर तक स्पिनरों के खिलाफ बल्लेबाजी की और 119 रन जुटाये. उन्होंने कहा था, हम इस दौरान बिलकुल भी सहज नहीं दिखे. इसमें सकारात्मक इच्छाशक्ति की कमी थी.