WORLD CUP फाइनलः रोमांच की सारी हदें पारी कर गया सुपर ओवर, वो 12 गेंदें जब थम गईं थीं फैंस की सांसें
लंदनः क्रिकेट का ‘मक्का’ कहे जाने लॉर्ड्स के मैदान पर वर्ल्डकप 2019 का फाइनल नाखून चबा देने वाला था. क्रिकेट दर्शकों की सांसें मानो थम सी गईं. शायद इससे बढ़िया क्रिकेट वर्ल्डकप का फाइनल कभी देखा ही ना गया हो. पहले मैच टाई हुआ और उसका नतीजा निकालने के लिए सुपर ओवर लेकिन वो भी […]
लंदनः क्रिकेट का ‘मक्का’ कहे जाने लॉर्ड्स के मैदान पर वर्ल्डकप 2019 का फाइनल नाखून चबा देने वाला था. क्रिकेट दर्शकों की सांसें मानो थम सी गईं. शायद इससे बढ़िया क्रिकेट वर्ल्डकप का फाइनल कभी देखा ही ना गया हो. पहले मैच टाई हुआ और उसका नतीजा निकालने के लिए सुपर ओवर लेकिन वो भी टाइ हो गया. इंग्लैंड ने रोमांच की पराकाष्ठा तक पहुंचे विश्व कप का विजेता बना.
मेजबान इंग्लैंड अधिक ‘बाउंड्री’ लगाया था और आखिर में 1975 से चला आ रहा उसका खिताब का इंतजार खत्म हो गया. इंग्लैंड 44 साल बाद विश्व चैंपियन बना. लोस्कोर वाले मैच में दोनों टीमों के बीच मुकाबला शुरू से बराबरी का रहा. 242 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरे इंग्लैंड को शुरुआत में झटके लगे. एक समय स्कोर 86 पर चार था. यहीं से बेन स्टोक्स और जोस बटलर ने मोर्चा संभाला.
दोनों ने संभल कर खेलना शुरू किया. जब स्कोर 196 रन हुआ तो बटलर चौका मारने के प्रयास में कैच आउट हो गए. उऩ्होंने 60 गेंदों पर 59 रन बनाए. जैसे तैसे बेन स्टोक्स मैच को अंतिम ओवर तक ले गए. तब तक दो विकेट और गिर चुके थे. इंग्लैंड को आखिरी ओवर में 15 रन की जरूरत थी. गेंदबाजी पर थे ट्रेंट बोल्ट. पहली गेंद पर कोई रन नहीं बना. दूसरी गेंद पर भी कोई रन नहीं बन सका.
तीसरी गेंद पर बेन स्टोक्स ने मिड ऑन पर शानदार छक्का जड़ा. चौथी गेंद पर स्टोक्स दो रन के लिए दौड़े और दूसरा रन पूरा लेते समय नाटकीय मोड़ आया और थ्रो उनके बल्ले से लगकर चार रन के लिए चला गया. इस गेंद पर कुल छह रन बने. यह पल न्यूजीलैंड के लिए दिल तोड़ने जैसा था. मैच के आखिरी ओवर की पांचवी गेंद पर बेन स्टोक्स दो रन के लिए दौड़े, लेकिन आदिल राशिद इस गेंद पर रन आउट हो गए.
स्ट्राइक पर फिर थे बेन स्टोक्स. पूरा मैदान शांत था. अभी भी रन चाहिए थे दो और गेंद बची थी एक. आखिरी गेंद पर बेन स्टोक्स सिर्फ एक रन बना सके और इसी के साथ यह मैच सुपर ओवर में चला गया. ऐसा पहली बार हुआ जब कोई विश्व कप फाइनल मैच टाइ हुआ. नियमों के मुताबिक, इस बार विश्व कप फाइनल मुकाबला टाइ रहने पर सुपर ओवर का प्रावधान था.