नयी दिल्ली : अनिल कुंबले की अगुआई वाली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की क्रिकेट समिति अपनी अगली बैठक में एतिहासिक विश्व कप फाइनल से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेगी जिसमें बाउंड्री गिनने का विवादास्पद नियम भी शामिल है. आईसीसी के क्रिकेट महाप्रबंधक ज्यौफ एलार्डिस ने यह जानकारी दी. लार्ड्स पर 14 जुलाई को हुए विश्व कप फाइनल में न्यूजीलैंड ने कम बाउंड्री लगाने के कारण विश्व खिताब मेजबान इंग्लैंड को गंवा दिया था.
जिसके बाद कई मौजूदा और पूर्व खिलाड़ियों ने मेहमान टीम से सहानुभूति जतायी थी. इंग्लैंड को 22 चौके और दो छक्के जड़ने के कारण विजेता घोषित किया गया था जबकि न्यूजीलैंड की टीम 17 बाउंड्री ही लगा पाई थी. नियमित ओवरों के बाद सुपर ओवर भी टाई रहने के कारण विजेता का फैसला करने के लिए इस नियम का सहारा लिया गया था.
‘ईएसपीएनक्रिकइंफो’ ने एलार्डिस के हवाले से कहा, ‘आईसीसी प्रतियोगिताओं में 2009 से मैच टाई होने की स्थिति में विजेता का फैसला करने के लिए सुपर ओवर का इस्तेमाल किया जा रहा है. सुपर ओवर भी टाई होने के बाद मैच का नतीजा उसी मैच में हुई किसी चीज के आधार पर निकालना था. इसलिए यह हमेशा उस मैच में लगी बाउंड्री की संख्या से जुड़ा था.’
आईसीसी अधिकारी ने कहा कि बाउंड्री गिनने के नियम का इस्तेमाल किया गया क्योंकि यह दुनिया भर की टी-20 लीग में उपयोग में लाया जाता है. एलार्डिस ने कहा, ‘दुनिया भर की लगभग सभी टी-20 लीग में सुपर ओवर टाई होने पर बाउंड्री के नियम का इस्तेमाल होता है. हम भी उसी सुपर ओवर नियमों का इस्तेमाल करना चाहते थे जो सभी पेशेवर क्रिकेट में उपयोग में लाया जाता है और यही कारण है कि इसे इस तरह लागू किया गया था. क्या इससे कुछ अलग हो सकता था इस पर हमारी क्रिकेट समिति विचार करेगी.’
आईसीसी के मुख्य कार्यकारियों की समिति (सीईसी) की वार्षिक बैठक में इस पर चर्चा नहीं हुई कि क्या भविष्य में विश्व कप साझा करना विकल्प हो सकता है. उन्होंने कहा, ‘नहीं, इस पर चर्चा नहीं हुई. सभी का यह नजरिया था कि विश्व कप फाइनल में एक विजेता होना चाहिए और पिछले तीन विश्व कप में सुपर ओवर फाइनल के टाई होने की स्थिति में नियमों में शामिल था.’ भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि वह एक अगस्त से एशेज श्रृंखला के साथ शुरू हो रही विश्व टेस्ट चैंपियनशिप को लेकर उत्सुक हैं जिस पर एलार्डिस ने कहा कि यह उत्साहवर्धक संकेत हैं.
एलार्डिस ने कहा, ‘इस तरह की टिप्पणी काफी उत्साहवर्धक है. मुझे पता है कि खिलाड़ियों को टेस्ट क्रिकेट खेलना पसंद है. पहली बार वे जिन मैचों में खेल रहे होंगे उनकी किसी विशिष्ट श्रृंखला के बाद भी अहमियत होगी.’