रवि का शस्त्र है ‘विराट’, कोच के तौर पर ये हैं बड़े दावेदार
भारतीय टीम के मुख्य कोच पद के लिए मूडी, जयवर्धने, रॉबिन सिंह व लालचंद राजपूत बड़े दावेदार टीम इंडिया के नये कोच के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि समाप्त हो चुकी है. अब कपिल देव की अगुआई वाली सलाहकार समिति कोच चयन के लिए इंटरव्यू करेगी. मुख्य कोच की दौड़ में ऑस्ट्रेलिया के टॉम […]
भारतीय टीम के मुख्य कोच पद के लिए मूडी, जयवर्धने, रॉबिन सिंह व लालचंद राजपूत बड़े दावेदार
टीम इंडिया के नये कोच के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि समाप्त हो चुकी है. अब कपिल देव की अगुआई वाली सलाहकार समिति कोच चयन के लिए इंटरव्यू करेगी. मुख्य कोच की दौड़ में ऑस्ट्रेलिया के टॉम मूडी बड़ा नाम हैं.
हालांकि कप्तान विराट कोहली कह चुके हैं कि अगर रवि शास्त्री ही दोबारा कोच बनते हैं, तो उन्हें खुशी होगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुख्य कोच की दौड़ में माइक हेसन, माहेला जयवर्धने, रॉबिन सिंह और लालचंद राजपूत जैसे नाम दावेदारी पेश कर रहे हैं.
कैरियर लंबा नहीं, कोिचंग का अनुभव
माइक हेसन
क्रिकेट कैरियर लंबा नहीं रहा, लेकिन कोचिंग में माइक हेसन कई उपलब्धि हासिल कर चुके हैं.
2012 से 2018 तक न्यूजीलैंड की राष्ट्रीय टीम केच रहे.
उनकी कोचिंग में कीवी टीम 2015 वर्ल्ड कप के फाइनल तक पहुंची थी, तब वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में हार गयी थी.
इंडियन प्रीमियर लीग में किंग्स इलेवन पंजाब को कोचिंग दी.
केन्या और अर्जेंटीना टीम के साथ काम करने का अनुभव है.
कोचिंग कैरियर
2014 में भारतीय टीम के निदेशक के तौर पर टीम से जुड़े, 2016 तक रहे.
जुलाई, 2017 में रवि शास्त्री भारतीय टीम के मुख्य कोच बने.
इनकी कोचिंग में भारतीय टीम ने विदेशों में कई उपलब्धि दर्ज की.
जीत का प्रतिशत में भी टीम सुधार करने में सफल रही.
कोच के तौर पर ये हैं बड़े दावेदार
टॉम मूडी
क्रिकेट करियर
मैच रन विकेट
वनडे 76 1211 52
टेस्ट 08 456 02
टॉम मूडी की कोचिंग में श्रीलंका 2007 में फाइनल में पहुंचा था
2005-2007 तक श्रीलंका क्रिकेट टीम के कोच थे, इनकी कोचिंग में श्रीलंकाई टीम 2007 विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी.
2013 से 2019 तक सनराइजर्स के कोच, 2016 व 2019 में विजेता बनी.
माहेला जयवर्धने
क्रिकेट करियर
मैच रन शतक
वनडे 448 12650 19
टेस्ट 149 11814 34
2015 से इंग्लैंड टीम के बल्लेबाजी सलाहकार के तौर पर काम किया.
2017 में आइपीएल टीम मुंबई इंडियंस के कोच हैं. टीम 2017 में चैंपियन बनी. 2019 में फिर खिताब जीता, बांग्लादेश प्रीमियर लीग में भी कई टीमों को कोचिंग दे चुके हैं जयवर्धने.
लालचंद राजपूत
क्रिकेट करियर
मैच रन
वनडे 04 09
टेस्ट 02 105
2007 में अंडर-19 भारतीय टीम के कोच के तौर पर जुड़े, 2007 में टी-20 विश्व खिताब जीतनेवाली भारतीय टीम के मैनेजर थे.
2016 में अफगानिस्तान व 2018 से जिंबाब्वे टीम के कोच रहे हैं.
रॉबिन सिंह
क्रिकेट करियर मैच रन विकेट
वनडे 136 2336 69
टेस्ट 01 27 00
2004 में भारतीय अंडर-19 टीम के कोच के तौर पर जुड़े, 2004 से 2006 तक हांगकांग टीम के कोच रहे.
भारतीय-ए टीम व सीनियर टीम के फील्डिंग कोच कई वर्षों तक रहे.
सीएसी चुनेगी कोच
कोच का चयन बोर्ड क्रिकेट अडवाइजरी कमेटी (सीएसी) करेगी, जिसमें कपिल देव, पूर्व मुख्य कोच अंशुमान गायकवाड़ और भारतीय महिला टीम की पूर्व कोच शांता रंगास्वामी शामिल हैं.
कोच की योग्यता
आवेदक को होना चाहिए दो साल का अनुभव
मुख्य कोच को टेस्ट खेलने वाले देश को न्यूनतम दो साल कोचिंग देने का अनुभव होना चाहिए या एसोसिएट सदस्य/ए टीम/आइपीएल टीम को तीन साल कोचिंग देने का अनुभव होना चाहिए.
इसके साथ ही आवेदक ने 30 टेस्ट या 50 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हों.
बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण कोच के लिए पात्रता नियम समान है और सिर्फ आवेदक द्वारा खेले गये मैचों की संख्या में अंतर है. तीन पद के आवेदक ने कम-से-कम 10 टेस्ट या 25 वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच खेले होने चाहिए.
कोच चयन पर सीएसी तटस्थ रहेगी : गायकवाड़
भारतीय टीम के पूर्व कोच और कपिल देव की अगुवाई वाली क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) के सदस्य अंशुमन गायकवाड़ ने बुधवार को कहा कि वे नये मुख्य कोच को नियुक्त करने में किसी तरह का पक्षपातपूर्ण रवैया नहीं अपनायेंगे.
कपिल की अगुवाई वाली समिति में शांता रंगास्वामी तीसरी सदस्य हैं. कप्तान विराट कोहली पहले ही उन्हें पद पर बनाये रखने का पक्ष ले चुके हैं. गायकवाड़ ने कहा कि कोहली या कोई अन्य क्या कहता है इसका कोई मतलब नहीं है.