जयवर्धने का शतक,श्रीलंका संभला
कोलंबो: दिग्गज बल्लेबाज माहेला जयवर्धने के नाबाद शतक से श्रीलंका ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के पहले दिन शुरुआती झटकों से उबरकर पांच विकेट पर 305 रन बनाये. जयवर्धने अभी 140 रन बनाकर खेल रहे हैं जो उनका करियर का 34वां और सिंहलीज स्पोर्ट्स क्लब (एसएससी) मैदान पर 11वां शतक है. […]
कोलंबो: दिग्गज बल्लेबाज माहेला जयवर्धने के नाबाद शतक से श्रीलंका ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के पहले दिन शुरुआती झटकों से उबरकर पांच विकेट पर 305 रन बनाये.
जयवर्धने अभी 140 रन बनाकर खेल रहे हैं जो उनका करियर का 34वां और सिंहलीज स्पोर्ट्स क्लब (एसएससी) मैदान पर 11वां शतक है. यह किसी एक मैदान पर सर्वाधिक शतक का रिकार्ड है. अगले महीने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने की घोषणा कर चुके इस कलात्मक बल्लेबाज ने कौशल सिल्वा (44) के साथ तीसरे विकेट के लिये 99 और कप्तान एंजेलो मैथ्यूज (63) के साथ चौथे विकेट के लिये 131 रन की उपयोगी साझेदारियां की.
स्टंप उखडने के समय उनके साथ दूसरे छोर विकेटकीपर बल्लेबाज निरोशन डिकवाला (नाबाद 12) खडे थे जो अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे हैं. जयवर्धने ने अब तक लगभग छह घंटे बल्लेबाजी करके 225 गेंदों का सामना किया है तथा 16 चौके और एक छक्का लगाया है. दक्षिण अफ्रीका की तरफ से डेल स्टेन और कामचलाउ स्पिनर जीन पाल डुमिनी ने दो-दो जबकि मोर्ने मोर्कल ने एक विकेट लिया है.
अपनी घरेलू सरजमीं पर 23वां शतक जमाकर जाक कैलिस और रिकी पोंटिंग के रिकार्ड की बराबरी करने वाले जयवर्धने ने तब श्रीलंका को संकट से बाहर निकाला जब उसका स्कोर दो विकेट पर 16 रन था. श्रीलंका ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए शुरु में ही विकेट गंवाये. गाले में पहले टेस्ट मैच में दक्षिण अफ्रीका को बड़ी जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले स्टेन ने चार ओवर के अपने पहले स्पैल में सलामी बल्लेबाज उपुल थरांगा (11) और अनुभवी कुमार संगकारा (शून्य) को आउट करके श्रीलंकाई शीर्ष क्रम को थर्रा दिया था. डुमिनी ने सिल्वा को आउट करके श्रीलंका को तीसरा झटका दिया.
थरांगा ने स्टेन पर कवर पर चौका जड़कर शुरुआत की लेकिन इसी गेंदबाज के तीसरे ओवर में उन्होंने विकेटकीपर क्विंटन डि काक को कैच थमा दिया. इस तेज गेंदबाज ने अगली गेंद पर संगकारा को आउट करके स्थानीय दर्शकों को निराश कर दिया. बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने पुल करने के प्रयास में स्क्वायर लेग पर खडे इमरान ताहिर को आसान कैच थमाया.
सिल्वा जब दस रन पर थे तब अल्विरो पीटरसन ने उनका कैच छोड़ा. डुमिनी ने अपने पहले ओवर में ही इस सलामी बल्लेबाज को पवेलियन भेजा. जयवर्धने ने एक छोर संभाले रखा और बल्लेबाजी क्रम में उपर आने वाले मैथ्यूज ने अपनी शानदार फार्म जारी रखी. उन्हें दक्षिण अफ्रीका के तेज और स्पिन मिश्रित आक्रमण का सामना करने में कोई परेशानी नहीं हुई.
डुमिनी से मैथ्यूज को विकेट के पीछे कैच कराकर यह साझेदारी तोड़ी. उन्होंने अपनी पारी में 135 गेंद खेली और छह चौके लगाये. मोर्ने मार्कल ने कितुरुवान वितांगे (13) को ज्यादा देर तक नहीं टिकने दिया. दिनेश चंदीमल की जगह टीम में चुने गये डिकवाला जब छह रन पर थे तब अंपायर निजेल लांग ने डुमिनी की गेंद पर उन्हें कैच आउट दे दिया था. बल्लेबाजी ने डीआरएस का सहारा लिया और आखिर में फैसला उनके पक्ष में गया. दक्षिण अफ्रीका ने 82 ओवर के बाद नई गेंद ली जिससे उसने दिन के आखिरी चार ओवर किये. जयवर्धने और डिकवाला ने हालांकि श्रीलंका को दिन में आगे कोई झटका नहीं लगने दिया.