जो कोई ना कर सका वो हमने कर दिखाया, कश्मीर में भी अपना तिरंगा लहराया : गौतम गंभीर
नयी दिल्ली : सरकार ने सोमवार को राज्यसभा में एक विधेयक पेश किया जिसमें जम्मू कश्मीर राज्य का विभाजन दो केंद्र शासित प्रदेशों के रूप में करने का प्रस्ताव किया गया है. इधर अनुच्छेद 370 खत्म किये जाने के बाद भाजपा सांसद और टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने ट्वीट कर अपनी खुशी […]
नयी दिल्ली : सरकार ने सोमवार को राज्यसभा में एक विधेयक पेश किया जिसमें जम्मू कश्मीर राज्य का विभाजन दो केंद्र शासित प्रदेशों के रूप में करने का प्रस्ताव किया गया है.
इधर अनुच्छेद 370 खत्म किये जाने के बाद भाजपा सांसद और टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने ट्वीट कर अपनी खुशी जाहिर की है. गंभीर ने ट्वीट किया, ‘जो कोई ना कर सका वो हमने कर दिखाया है, कश्मीर में भी अपना तिरंगा लहराया हैं. जय हिंद ! Congratulations India ! कश्मीर मुबारक!
गंभीर के ट्वीट को अब तक 31.6 हजार लोगों ने लाइक किया है और 4 हजार लोगों ने रीट्वीट किया. गंभीर के ट्वीट पर कई लोगों ने ट्वीट किया और केंद्र सरकार को अनुच्छेद 370 हटाने के लिए बधाई दी. कई यूजर्स ने तो गंभीर के ट्वीट पर मजे लिये.
गौरतलब हो गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में एक संकल्प पेश किया जिसमें कहा गया है कि संविधान के अनुच्छेद 370 के सभी खंड जम्मू कश्मीर में लागू नहीं होंगे. शाह ने राज्यसभा में जम्मू एवं कश्मीर राज्य पुनर्गठन विधेयक 2019 पेश किया. गृह मंत्री अमित शाह ने लद्दाख के लिये केंद्र शासित प्रदेश के गठन की घोषणा की जहां चंडीगढ़ की तरह से विधानसभा नहीं होगी.
जो कोई ना कर सका वो हमने कर दिखाया है।
कश्मीर में भी अपना तिरंगा लहराया हैं 🇮🇳🇮🇳
जय हिंद ! Congratulations India ! कश्मीर मुबारक!@narendramodi @AmitShah— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) August 5, 2019
शाह ने राज्यसभा में घोषणा की कि कश्मीर और जम्मू डिवीजन विधान के साथ एक अलग केंद्र शासित प्रदेश होगा जहां दिल्ली और पुडुचेरी की तरह विधानसभा होगी. गृह मंत्री ने कहा, राष्ट्रपति के अनुमोदन के बाद अनुच्छेद 370 के सभी खंड लागू नहीं होंगे.
राज्यसभा में इस दौरान कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों ने विधेयक का विरोध करते हुए हंगामा किया और आसन के समक्ष धरने पर बैठ गये. इससे पहले सोमवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की एक घंटे लंबी बैठक चली. समझा जाता है कि इस बैठक में शीर्ष नेतृत्व ने जम्मू-कश्मीर से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की.