फिलहाल गार्ड, पोस्ट और गश्त की ड्यूटी निभा रहे हैं माही, दूर रखा गया आतंकवाद विरोधी अभियानों से
अनिल एस साक्षी जम्मू : धारा 370 हटने के बाद पैदा हुए माहौल के बीच भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी को फिलहाल कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों से दूर रखा गया है. उन्हें सिर्फ गार्ड, पोस्ट तथा गश्त की ड्यूटी दी गयी है, जिसे वे बखूबी निभा रहे हैं. कश्मीर के […]
अनिल एस साक्षी
जम्मू : धारा 370 हटने के बाद पैदा हुए माहौल के बीच भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी को फिलहाल कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों से दूर रखा गया है. उन्हें सिर्फ गार्ड, पोस्ट तथा गश्त की ड्यूटी दी गयी है, जिसे वे बखूबी निभा रहे हैं. कश्मीर के मौजूदा हालात में वह अवंतीपोरा हाइवे पर अपने साथी सैन्यकर्मियों के साथ गश्त करते भी दिख रहेे हैं.
यही नहीं अवंतीपोरा में विक्टर फोर्स मुख्यालय की तरफ जाने वाले रास्ते के बाहरी छोर पर वह अपनी जिप्सी के साथ काफी देर तक खड़े रहते थे, जबकि उनके अधीनस्थ जवानों का एक दस्ता उनसे कुछ दूरी पर रहता था. दक्षिण कश्मीर में आतंकरोधी अभियानों का संचालन कर रही सेना की विक्टर फोर्स के अवंतीपोर स्थित मुख्यालय में ही 106 टीए बटालियन तैनात है. विक्टर फोर्स मुख्यालय की सुरक्षा की जिम्मेदारी इनके पास ही है. संबंधित सैन्याधिकारियों के अनुसार महेंद्र सिंह धौनी को आतंकरोधी अभियानों की ड्यूटी नहीं दी गयी है. एक लेफ्टिनेंट कर्नल के तौर पर जो भी काम हैं, उन्हें दिये गये हैं. वह 15 अगस्त तक यहीं कश्मीर में रहेंगे.
कई वीडियो शेयर किये हैं धौनी ने : विक्टर फोर्स में अपनी सैन्य जिंदगी के सफर के कई वीडियो महेंद्र सिंह धौनी ने सोशल मीडिया पर भी शेयर किये हैं. वॉलीबाल खेलते हुए, बूट पालिश करते हुए उन्होंने अपनी तस्वीरें व वीडियो शेयर किये, जिसे लोगों ने खूब पसंद किया है.
सोने के लिए महज 10 फुट का कमरा, तख्त ही बिस्तर
धौनी के पास सोने के लिए कोई बड़ा कमरा नहीं है, महज दस फुट का कमरा है. इसमें किंगसाइज बेड नहीं, बल्कि एक तख्त पर बिस्तर बिछा है. सैन्य डयूटी को अंजाम देने के साथ उन्हें निर्धारित समय पर सुबह-शाम मैदान में पीटी भी करनी पड़ रही है. क्रिकेट की जगह अब वॉलीबॉल खेल रहे हैं.
धौनी भी एक सैन्याधिकारी के रूप में अपनी नयी जिंदगी का पूरा मजा ले रहे हैं. वह अपने अधीनस्थ अधिकारियों और जवानों की हाजिरी लेने साथ उनके लिए काम भी आवंटित कर रहे हैं. इसके अलावा वह अपने वरिष्ठ अधिकारियों को अपने दिन के कामकाज की रिपोर्ट भी दे रहे हैं.