भारत-वेस्टइंडीज दूसरा वनडे 11 को, अय्यर के पास जगह पक्की करने का मौका
पोर्ट ऑफ स्पेन : भारतीय टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ रविवार को यहां जब दूसरे एकदिवसीय में मुकाबले में मैदान पर उतरेगी तब सभी की नजरें प्रतिभाशाली श्रेयस अय्यर के प्रदर्शन पर लगी होगी जिनके पास चौथे स्थान में जगह पक्की करने का मौका होगा. अय्यर को टी20 शृंखला में अंतिम एकादश में मौका नहीं मिला […]
पोर्ट ऑफ स्पेन : भारतीय टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ रविवार को यहां जब दूसरे एकदिवसीय में मुकाबले में मैदान पर उतरेगी तब सभी की नजरें प्रतिभाशाली श्रेयस अय्यर के प्रदर्शन पर लगी होगी जिनके पास चौथे स्थान में जगह पक्की करने का मौका होगा.
अय्यर को टी20 शृंखला में अंतिम एकादश में मौका नहीं मिला था, लेकिन वह बारिश से प्रभावित पहले एकदिवसीय में टीम का हिस्सा थे. गयाना में हुये इस मैच को 13 ओवर के बाद नहीं खेला जा सका और मुकाबला रद्द हो गया. अब भारतीय टीम उम्मीद करेगी कि दूसरे वनडे में धूप खिली हो और बारिश से मैच प्रभावित नहीं हो.
इस बात की संभावना काफी कम है कि भारतीय टीम बल्लेबाजी क्रम के साथ कोई छेड़छाड़ करेगी, ऐसे में मुंबई के इस बल्लेबाज के पास दूसरे मैच में अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका होगा. टीम में जगह पक्की करने के लिए हालांकि दो मैचों में प्रदर्शन काफी नहीं होगा लेकिन इन मुकाबलों में अच्छी बल्लेबाजी से वह दबाव को कम जरूर कर सकेंगे.
अय्यर ने हाल ही में भारत ए के लिए खेलते हुए वेस्टइंडीज ए के खिलाफ दो अर्धशतकीय पारी खेली. कप्तान विराट कोहली का मार्गदर्शन और उप-कप्तान रोहित शर्मा का साथ मिलने से दिल्ली कैपिटल्स के इस कप्तान की राह आसान हो सकती है. अय्यर को मध्यक्रम में मौका मिलने का मतलब होगा कि शीर्ष क्रम में शिखर धवन की मौजूदगी में लोकेश राहुल को बेंच पर बैठना होगा.
शृंखला के पहले मुकाबले का टीम संयोजन को देखे तो यह पता चलता है कि विश्व कप में शीर्षक्रम में अच्छी बल्लेबाली के बाद राहुल को धवन या रोहित की गैरमौजूदगी में ही सलामी बल्लेबाज के तौर पर मौका मिलेगा. केदार जाधव के लिए भी यह शृंखला काफी महत्वपूर्ण है जो खराब प्रदर्शन करने पर टीम से बाहर हो सकते हैं.
महाराष्ट्र के इस छोटे कद के बल्लेबाज पर दबाव इसलिए भी ज्यादा होगा क्योंकि शुभमन गिल जैसे प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. भारतीय क्रिकेट में कई लोगों का मानना है कि जाधव के पास ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी के लिए उपयुक्त तकनीक नहीं है और उनके पास आखिरी ओवरों में गेंद को सीमा रेखा के पार पहुंचाने की ताकत भी नहीं है.
भारत के लिये बायें हाथ के स्पिनर रन रोकने में कामयाब रहे हैं, लेकिन अंतिम एकादश में कुलदीप यादव और रविन्द्र जड़ेजा की एक साथ मौजूदगी से यह देखना दिलचस्प होगा कि इनका पूरा उपयोग कैसे होगा.
भुवनेश्वर कुमार अगर विश्राम करना चाहेंगे तो नवदीप सैनी को मौका मिल सकता है. पिच अगर स्पिनरों की मुफीद हुई तो युजवेन्द्र चहल को तेज गेंदबाज खलील अहमद की जगह टीम में शामिल किया जा सकता है.
खलील ने पहले एकदिवसीय में तीन ओवर में 27 रन लुटाए थे. उनकी शाट गेंदों पर एविन लुईस ने आसानी से बड़े शाट लगाये. बारिश के कारण मैच रोके जाते समय लुईस 40 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे.
कैरेबियाई टीम चाहेगी की लुईस अपनी लय को बरकरार रखे जबकि क्रिस गेल भी अपनी ख्याति के अनुरूप बल्लेबाजी करें. जमैका का यह विस्फोटक बल्लेबाज पहले एकदिवसीय में 31 गेंद में सिर्फ चार रन बना सका था.
वेस्टइंडीज चयन समिति ने गेल को उनके घरेलू मैदान पर विदाई मैच में मौका देने से इंकार कर दिया है तो ऐसे में शृंखला के आखिरी दो मैच उनके शानदार करियर के आखिरी मुकाबले हो सकते हैं.
टीमें इस प्रकार हैं:
भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, शिखर धवन, लोकेश राहुल, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, ऋषभ पंत, रविंद्र जडेजा, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, केदार जाधव, मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार, खलील अहमद और नवदीप सैनी.
वेस्टइंडीज: जेसन होल्डर (कप्तान), क्रिस गेल, जान कैम्पबेल, एविन लुईस, शाई होप, शिमरोन हेटमायर, निकोलस पूरण, रोस्टन चेज, फैबियन एलेन, कार्लोस ब्रैथवेट, कीमो पाल, शेल्डन कोटरेल, ओशेन थामस और केमार रोच.