सबसे सफल भारतीय टेस्ट कप्तान बनने के बाद विराट कोहली ने क्या कहा, जानिए
किंगस्टनः वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट में 257 रन की जीत के साथ ही विराट कोहली कप्तानी में टीम इंडिया ने इस टेस्ट सीरीज को 2-0 से अपने नाम किया. इस जीत के साथ ही कोहली भारत के सबसे सफल कप्तान बन गए. कोहली की अगुआई में भारत की 48 टेस्ट मैचों […]
किंगस्टनः वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट में 257 रन की जीत के साथ ही विराट कोहली कप्तानी में टीम इंडिया ने इस टेस्ट सीरीज को 2-0 से अपने नाम किया. इस जीत के साथ ही कोहली भारत के सबसे सफल कप्तान बन गए. कोहली की अगुआई में भारत की 48 टेस्ट मैचों में यह 28वीं जीत है. उन्होंने धौनी को पीछे छोड़ा.
भारत का सबसे सफल टेस्ट कप्तान बनने पर कोहली ने कहा कि सबसे सफल टेस्ट कप्तान बनना हमारी टीम के कारण है. हमारे गेंदबाज शानदार हैं. शमी बेहतरीन है, इशांत जज्बे के साथ गेंदबाजी करता है, जडेजा लंबे स्पैल फेंक रहा है. कप्तान सिर्फ आपके नाम के आगे ‘सी’ अक्षर है. यह सामूहिक प्रयास है.
कोहली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में जीत के बाद स्वीकार किया कि कुछ सत्र में भारतीय टीम दबाव में थी. भारत के 468 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए वेस्टइंडीज की टीम 210 रन पर ढेर हो गई. भारत की ओर से रविंद्र जडेजा और मोहम्मद शमी ने तीन-तीन जबकि इशांत शर्मा ने दो विकेट हासिल किए. जसप्रीत बुमराह को एक विकेट मिला.
कोहली ने श्रृंखला में 2-0 से क्लीनस्वीप करने के बाद कहा कि एक बार फिर आसान जीत. हमने अच्छा क्रिकेट खेला और उस तरह के नतीजे हासिल किए जो एक टीम के रूप में महत्वपूर्ण हैं. कुछ सत्र में हम दबाव में थे. बल्लेबाजी करते हुए कुछ समय मुश्किल स्थिति में थे लेकिन लड़कों ने शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि हनुमा ने शानदार बल्लेबाजी की, अजिंक्य दूसरी पारी में अच्छा खेला, मयंक पहली पारी में अच्छा खेला, इशांत का अर्धशतक- यह जज्बे से भरी पारी थी.
सतह को देखते हुए विहारी की पारी विश्व स्तरीय थी. पहली पारी में 111 और दूसरी पारी में नाबाद 53 रन बनाने वाले हनुमा विहारी की तरीफ करते हुए कोहली ने कहा कि वह आत्मविश्वास से भरा नजर आता है और जब वह बल्लेबाजी कर रहा होता है तो ड्रेसिंग रूप में धैर्य दिखता है. वह हमेशा अपने खेल और गलतियों में सुधार के लिए तैयार रहता है.