साउथम्पटन: भारतीय टीम को निराशाजनक बल्लेबाजी प्रदर्शन के कारण आज यहां तीसरे क्रिकेट टेस्ट में इंग्लैंड से 266 रन की करारी शिकस्त का मुंह देखना पडा जिससे मेजबान टीम ने पांच मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर कर ली.
भारत के छह विकेट बचे थे और उसे मैच बचाने के लिये आज पूरे दिन बल्लेबाजी करनी थी, लेकिन बल्लेबाजी क्रम पहले सत्र में ही ताश के पतों की तरह ढह गया और टीम एजेस बाउल में पूरी तरह से एकतरफा मुकाबले में 66.4 ओवर में महज 178 रन के अंदर सिमट गयी.
इंग्लैंड की सरजमीं पर रन के आधार पर यह भारत की बडी शिकस्त में से एक है लेकिन यह उनकी सबसे खराब हार नहीं है. उन्हें 2011 में पिछले दौरे के दौरान नाटिघंम में टेस्ट मैच में 319 रन के विशाल स्कोर से पराजय मिली थी.इंग्लैंड के लिये इस जीत का मतलब है कि उसने एशेज सीरीज के बाद से 10 टेस्ट मैचों में एक भी मैच नहीं जीतने की निराशाजनक लय तोड दी है.
वहीं इस हार में भारत के लिये अपमान की बात यह रही कि कामचलाउ आफ स्पिनर मोईन अली ने निचले क्रम को तहस नहस किया और अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 20.4 ओवर में 67 रन देकर छह विकेट प्राप्त किये.
तेज गेंदबाज जिमी एंडरसन ने सुबह पहला झटका दिया, जब उन्होंने रोहित शर्मा (06) को बाहर जाती गेंद पर विकेटकीपर जोस बटलर के हाथों कैच आउट कराया.
महेंद्र सिंह धोनी (06) पहली पारी जैसा जज्बा नहीं दिखा सके और वह एक बार फिर आउटस्विंगर का शिकार हुए और बल्ला छुआकर विकेटकीपर को कैच देकर पवेलियन पहुंचे. अंजिक्य रहाणे (नाबाद 52) एकमात्र खिलाडी रहे जो एक छोर पर डटे थे, लेकिन वह ज्यादा कुछ नहीं कर सके क्योंकि दूसरे छोर पर लगातार विकेट गिरने का सिलसिला जारी रहा.
इंग्लैंड के लिये अली लय में आ गये, उन्होंने गेंद को टर्न कराया और क्लासिकल आफ ब्रेक गेंदबाजी की. उन्होंने रविंद्र जडेजा (15) को बोल्ड किया और उनके आफ स्टंप उखाड दिये. भुवनेश्वर कुमार ऐसी गेंद पर कैच आउट हुए जो पिच करने के बाद स्पिन कर रही थी, उनका कैच एंडरसन ने लपका. अली के पांच विकेट मोहम्मद शमी को आउट करने के साथ पूरे हुए जिन्हें उन्होंने आफ ब्रेक पर पवेलियन भेजा.
रहाणे ने इस दौरान मैच में अपना दूसरा अर्धशतक पूरा किया, उन्होंने क्रिस वोक्स की गेंद पर शानदार स्क्वायर ड्राइवर से 50 रन पूरे किये. तब उनके साथ 11वें नंबर के बल्लेबाज पंकज सिंह मौजूद थे.
लेकिन अली ने जल्द ही पंकज को आउट कर अपना छठा विकेट प्राप्त किया. अब दोनों टीमें चौथे क्रिकेट टेस्ट के लिये मैनचेस्टर रवाना होंगी जहां ओल्ड ट्रैफर्ड पर सात अगस्त से यह मुकाबला शुरु होगा.
भारत ने अंतिम दिन अपने आखिरी छह विकेट महज 66 रन के अंदर 24.4 ओवर में गंवा दिये. अली ने चार विकेट 22 गेंद के अंदर 17 रन देकर हासिल किये, उन्होंने चौथे दिन चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली के विकेट झटके थे.
रहाणे 121 गेंद में सात चौके से 52 रन बनाकर नाबाद रहे, वह भारत के इस निराशाजनक प्रदर्शन के दौरान संयमित बल्लेबाजी करने वाले एकमात्र खिलाडी रहे.
जेम्स एंडरसन को ऐसी पिच पर मैच में शानदार प्रदर्शन कर 77 रन पर सात विकेट चटकाने के लिये फिर मैन आफ द मैच चुना गया जो तेज और स्विंग गेंदबाजी के लिये बिलकुल भी मुफीद नहीं थी. उनकी कल रविंद्र जडेजा के साथ कथित झडप के लिये आईसीसी के समक्ष सुनवाई होगी.
स्टुअर्ट ब्राड (22 रन देकर कोई विकेट नहीं), क्रिस जोर्डन (22 रन देकर कोई विकेट नहीं), क्रिस वोक्स (23 रन देकर कोई विकेट नहीं) को भले ही विकेट नहीं मिला हो लेकिन उन्होंने निश्चित रुप से भारतीय बल्लेबाजों पर दबाव बनाये रखा. भारत के लिये अंतिम दिन केवल एक बार साङोदारी बनी जब रहाणे और जडेजा ने सातवें विकेट के लिये 32 रन की भागीदारी निभायी. इससे भारतीय टीम ने 59वें ओवर में 150 रन के आंकडे को पार किया, हालांकि यह स्कोर तब कोई मायने नहीं रखता. इसके बाद अली गेंदबाजी के लिये उतरे और उन्होंने निचले क्रम को तबाह कर दिया.