अंडर-19 एशिया कप : बांग्लादेश को पांच रन से हरा भारत बना चैंपियन

कोलंबो : बायें हाथ के स्पिनर अथर्व अंकोलेकर के पांच विकेट के बूते भारत ने अंडर-19 एशिया कप के रोमांचक एकदिवसीय मुकाबले में शनिवार को यहां बांग्लादेश को पांच रन से हराकर खिताब पर कब्जा किया. कम स्कोर वाले इस मैच में अंकोलेकर के अलावा आकाश सिंह ने भी शानदार गेंदबाजी की और 12 रन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 15, 2019 1:16 AM

कोलंबो : बायें हाथ के स्पिनर अथर्व अंकोलेकर के पांच विकेट के बूते भारत ने अंडर-19 एशिया कप के रोमांचक एकदिवसीय मुकाबले में शनिवार को यहां बांग्लादेश को पांच रन से हराकर खिताब पर कब्जा किया. कम स्कोर वाले इस मैच में अंकोलेकर के अलावा आकाश सिंह ने भी शानदार गेंदबाजी की और 12 रन देकर तीन विकेट लिये. रांची के सुशांत मिश्रा और विद्याधर पाटिल को एक-एक विकेट मिला.

भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 32.4 ओवर में महज 106 रन पर आउट हो गयी, लेकिन 18 साल के अंकोलेकर ने आठ ओवर में 28 रन देकर पांच विकेट चटकाकर बांग्लादेश की पारी को 33 ओवर में 101 रन पर समेट दिया. जीत के लिए 107 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरे बांग्लादेश की खराब शुरुआत के बाद कप्तान अकबर अली (23) और मृत्युंजय चौधरी ने (21) उम्मीदें बनायी, लेकिन दोनों जल्दी पवेलियन लौट गये.
इसके बाद तंजिम हसन शाकिब (12) और रकिबुल हसन (नाबाद 11) ने नौवें विकेट के लिए 23 रन जोड़कर एक बार फिर भारत को परेशानी में डाल दिया, लेकिन अंकोलेकर ने चार गेंद के अंदर आखिरी के दोनों विकेट चटकाकर भारत को जीत दिला दी. भारत के लिए कप्तान ध्रुव जुरेल (33) और निचले क्रम के बल्लेबाज करण लाल (37) ही बल्ले से योगदान दे सके.
इससे पहले टॉस जीत कर भारतीय टीम के लिए बल्लेबाजी करने का फैसला गलत साबित हुआ. बायें हाथ के तेज गेंदबाज चौधरी (18 रन देकर तीन विकेट) और ऑफ स्पिनर शमीम हुसैन (आठ रन देकर तीन विकट) ने भारतीय बल्लेबाजों को क्रीज पर टिकने नहीं दिया. छठे ओवर की पहली गेंद तक भारत के तीन बल्लेबाज पवेलियन लौट गये थे.
सातवीं बार अपराजेय रहा
वर्ष परिणाम
1989: श्रीलंका को 79 रन से हराया
2003: श्रीलंका को 8 विकेट से हराया
2012: पाकिस्तान से मैच टाइ रहा
2014: पाक को 40 रन से हराया
2016: श्रीलंका को 34 रन से हराया
2018: श्रीलंका को 144 रन से हराया
2019: बांग्लादेश को 5 रन से हराया
जीत के हीरो रहे अथर्व की मां हैं बस कंडक्टर, पिता बचपन में गुजर गये थे
टीम इंडिया की जीत के हीरो रहे 18 वर्षीय बायें हाथ के स्पिनर अथर्व अंकोलेकर के लिए शनिवार का दिन किसी सपने से कम नहीं था. बचपन में ही सिर से पिता का साया उठ गया. तमाम विपत्तियों को चुनौती देते हुए मां ने बस कंडक्टर का काम किया और पेट काटकर बेटे के उस सपने को पूरा किया, जो अथर्व के पिता देखा करते थे.
शनिवार को अथर्व अंकोलकर ने आठ ओवर में 28 रन देते हुए पांच अहम विकेट झटक भारत की जीत में अहम भूमिका निभायी. मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के कुछ सदस्य और दोस्तों की माने तो अथर्व की कामयाबी के पीछे उनकी मां वैदेही की ही लगन है. नौ साल पहले अथर्व ने एक प्रैक्टिस मैच में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर को आउट कर दिया था. इस वाकये ने उन्हें काफी वाहवाही दिलायी थी.

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