गया: रणजी ट्रॉफी में बिहार टीम के कप्तान गया के आशुतोष अमन को एक और नयी जिम्मेदारी मिली है. उन्हें विजय हजारे ट्रॉफी के लिए बिहार टीम का कप्तान बनाया गया है. बायें हाथ के स्पिन गेंदबाज आशुतोष को बेस्ट डोमेस्टिक क्रिकेटर ऑफ द इयर 2019 का पुरस्कार भी मिला है. परैया के सोलरा गांव में राम प्रवेश शर्मा व प्रतिमा शर्मा के पुत्र आशुतोष के नाम रणजी ट्रॉफी में सर्वाधिक विकेट लेने का भी रिकार्ड है.
उन्होंने पूर्व क्रिकेटर बिशन सिंह बेदी के 64 विकेट लेने के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 65 विकेट हासिल किया है. आशुतोष ने शहर के गंगा महल स्थित चंद्रशेखर जनता कॉलेज के मैदान में विजेता क्लब के सदस्य के तौर पर प्लास्टिक और टेनिस बाॅल से क्रिकेट खलेने की शुरुआत की. इसके बाद वह युवराज क्रिकेट क्लब के साथ जुड़े. 12वीं की पढ़ाई के दौरान ही उन्हें एयरफोर्स में नौकरी मिल गयी.
इसके बाद उन्होंने एयरफोर्स के लिए क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया. आशुतोष ने बताया कि उन्हें एक अच्छे ब्रेक की तालाश थी. इसलिए वे वापस से डिस्ट्रिक्ट लेवल क्रिकेट खेलने लगे. अच्छे प्रदर्शन के लिए उनका चयन पिछले साल के विजय हजारे ट्रॉफी के लिए हुआ. वहां उनके प्रदर्शन के आधार पर उन्हें 2019 में न सिर्फ रणजी ट्राॅफी के लिए बिहार टीम में शामिल किया गया, बल्कि टीम का कप्तान बना दिया गया.
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू करते ही रचा था इतिहास
आशुतोष अमन ने पिछले वर्ष बिहार टीम से रणजी ट्रॉफी (फर्स्ट क्लास क्रिकेट) में डेब्यू कर इतिहास रच दिया था. आशुतोष ने रणजी के एक सत्र के कुल आठ मैचों में 68 विकेट लेकर 44 वर्ष पुराना बिशन सिंह बेदी (64 विकेट) का रिकॉर्ड तोड़ था. वहीं, एक शतक भी रणजी में उनके नाम है. हालांकि लिस्ट ए (वनडे) मैच में आशुतोष की फिरकी ज्यादा नहीं चली है, लेकिन इस बार उनसे उम्मीद की जा रही है कि वह टीम की जीत में अहम भूमिका निभायेंगे. तक कुल 12 मैच आशुतोष ने खेले हैं, जिसमें आठ बिहार से और चार सर्विसेज से खेले हैं और कुल 16 विकेट अपने नाम किये हैं. हाल ही में संपन्न दलीप ट्रॉफी में आशुतोष का चयन इंडिया ब्लू टीम में हुआ था. हालांकि चोट की वजह से वह इस टूर्नामेंट में नहीं खेल पाये