बल्लेबाजों पर बरसे धौनी,कहा,अच्छी शुरुआत के बाद आउट होना आदत न बन जाये
साउथंपटन: साउथंपटन टेस्ट गवाने के बाद कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने कहा की मैचों में अच्छी शुरुआत करने के बाद आउट हो जाने से टीम के लिए थोड़ी चिंता बन सकती है. धौनी ने कहा कि कहीं यह आदत न बन जाए. धौनी से जब पूछा गया कि कुछ बल्लेबाज अच्छी शुरुआत करने के बाद […]
साउथंपटन: साउथंपटन टेस्ट गवाने के बाद कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने कहा की मैचों में अच्छी शुरुआत करने के बाद आउट हो जाने से टीम के लिए थोड़ी चिंता बन सकती है. धौनी ने कहा कि कहीं यह आदत न बन जाए.
धौनी से जब पूछा गया कि कुछ बल्लेबाज अच्छी शुरुआत करने के बाद अपना विकेट गंवा बैठे तो उन्होंने कहा, अगर इसका लगातार दोहराव होगा तो यह थोड़ी चिंता का विषय बन जायेगा. उम्मीद करते हैं कि यह आदत नहीं बन जाये.
कप्तान ने कहा, लेकिन अच्छी बात यह है कि बल्लेबाज अच्छी शुरुआत कर रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि वे इन शुरुआत को बड़ी पारियों में तब्दील करें. शुरुआत को बडी पारी में बदलने से कहीं ज्यादा मुश्किल होता है अच्छी शुरुआत करना. उम्मीद है कि वे मजबूती से वापसी करेंगे. धौनी ने यह भी स्वीकार किया कि उनके बल्लेबाज आफ स्पिनर मोइन अली को अच्छी तरह से नहीं खेल पाये.
सपाट पिच पर उनकी टीम की असफलता की दुहाई देते हुए धोनी ने कहा, हम उनके जीतने की उम्मीद नहीं कर रहे थे लेकिन यही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट है. हम जानते थे कि वे मजबूती से वापसी करेंगे और हमारे लिये भी लार्ड्स में जीत के बाद लय जारी रखना नई चुनौती थी.
धौनी ने कहा, हमारे बल्लेबाज तेज गेंदबाजों के खिलाफ बेहतर खेले लेकिन हमने मोइन अली को अच्छी लाइन एवं लेंथ से गेंदबाजी करने दी. पिच काफी खराब हो गयी थी और इसका उसे फायदा मिला. साथ ही वहां काफी करीब में क्षेत्ररक्षक भी थे. मुझे लगता है कि हमें उसके खिलाफ थोड़ा और सकारात्मक होना चाहिए था. शुरु से ही भारत इस टेस्ट में पिछडा सा लग रहा था जैसे कि लगातार मैचों की थकान टीम पर हावी हो गयी हो.
गेंदबाज थके लग रहे थे, क्षेत्ररक्षकों ने महत्वपूर्ण कैच गंवाये और उन्हें पांचवें गेंदबाज की कमी खली जिससे उन्हें इस बार सात बल्लेबाजों से मैदान पर उतरना पड़ा. धौनी से जब स्टुअर्ट बिन्नी के रुप में अतिरिक्त गेंदबाज को बाहर रखने का फैसले के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, इस टेस्ट ने हमें दिखा कि कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जिसमें हमें सुधार करना होगा और टेस्ट मैच जीतने के लिये हमें 20 विकेट चटकाने की जरुरत होती है. लेकिन इस मैच में हम 10 विकेट भी हासिल नहीं कर सके और यह निश्चित रुप से कुछ हद तक झटका था.