पूर्व दिग्गज क्रिकेटर माधव आप्टे का निधन, टेस्‍ट ऋंखला में 400 से अधिक रन बनाने वाले पहले भारतीय

मुंबई : पूर्व दिग्गज क्रिकेटर माधव आप्टे का सोमवार को सुबह यहां दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. आप्टे के परिवार के सदस्य ने यह जानकारी दी. वह 86 वर्ष के थे. भारत और मुंबई के बीच पूर्व सलामी बल्लेबाज माधव आप्टे को ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां सुबह छह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 23, 2019 11:00 PM

मुंबई : पूर्व दिग्गज क्रिकेटर माधव आप्टे का सोमवार को सुबह यहां दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. आप्टे के परिवार के सदस्य ने यह जानकारी दी. वह 86 वर्ष के थे. भारत और मुंबई के बीच पूर्व सलामी बल्लेबाज माधव आप्टे को ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां सुबह छह बजकर नौ मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली. उनके बेटे वामन आप्टे ने यह जानकारी दी.

माधव आप्टे ने भारत की ओर से सात टेस्ट में एक शतक और तीन अर्धशतक की मदद से 542 रन बनाये. उनका शीर्ष स्कोर नाबाद 163 रन रहा. प्रथम श्रेणी क्रिकेट में माधव आप्टे ने 67 मैचों में छह शतक और 16 अर्धशतक की बदौलत 3336 रन जुटाये. प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनका शीर्ष स्कोर नाबाद 165 रन रहा.

माधव आप्टे ने नवंबर 1952 में पाकिस्तान के खिलाफ क्रिकेट क्लब आफ इंडिया में टेस्ट पदार्पण किया और अपना अंतिम टेस्ट अप्रैल 1953 को किंग्सटन में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला. उन्होंने अपने पदार्पण टेस्ट में 30 और नाबाद 10 रन की पारियां खेली. वह किसी टेस्ट श्रृंखला में 400 से अधिक रन बनाने वाले पहले भारतीय सलामी बल्लेबाज थे.

उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 1953 में 460 रन बनाकर यह उपलब्धि हासिल की थी. माधव आप्टे को एक अन्य दिग्गज बल्लेबाज वीनू मांकड़ ने सलामी बल्लेबाज की भूमिका सौंपी थी. वह बाद में घरेलू क्रिेकेट में मुंबई के कप्तान भी बने. वह अपने करियर के दौरान मांकड़, पॉली उमरीगर, विजय हजारे और रूसी मोदी जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के साथ खेले. वह प्रतिष्ठित सीसीआई के अध्यक्ष भी रहे.

आप्टे का अंतिम संस्कार शिवाजी पार्क शवदाह गृह में किया गया. इस दौरान महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर और मिलिंद रेगे भी शामिल थे. राष्ट्रीय चयनकर्ता जतिन परांजपे, उनके पिता वासु और जाने माने क्रिकेट कमेंटेटर हर्षा भोगले भी इस दौरान मौजूद थे. महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने आप्टे के निधन पर शोक जताया.

तेंदुलकर ने ट्वीट किया, ‘माधव आप्टे से जुड़ी अच्छी स्मृतियां हैं. जब मैं 14 बरस का था तो शिवाजी पार्क में उनके खिलाफ खेलने का मौका मिला. मुझे अब भी याद है जब 15 साल की उम्र में उन्होंने और (राज सिंह) डूंगरपुर ने मुझे सीसीआई की ओर से खिलाया. उन्होंने हमेशा मेरा समर्थन किया और मेरे शुभचिंतक थे. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.’

मुंबई के दिग्गज बल्लेबाज अमोल मजूमदार ने भी ‘स्वर्णिम पीढ़ी’ के एक और क्रिकेटर के निधन पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने ट्वीट किया, ‘माधव आप्टे से जुड़ी दुखद खबर. कई स्मृतियां साझा की. मुंबई की स्वर्णिम पीढ़ी के एक और क्रिकेटर का निधन. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.’ पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली ने भी कहा कि आप्टे ने हमेशा उन्हें अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया.

कांबली ने ट्वीट किया, ‘माधव आप्टे के निधन की खबर सुनने के बाद मेरे पास इस अहसास को बयां करने के लिए शब्द नहीं हैं. मैं बचपन से उन्हें जानता हूं और उनसे सलाह लेता था. उन्होंने हमेशा मुझे प्रेरित किया. मुझे और मेरे पिता दोनों को उनके साथ क्रिकेट खेलने का सम्मान मिला. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.’

एक अन्य पूर्व भारतीय क्रिकेटर यूसुफ पठान ने भी उनके निधन पर शोक जताया. पठान ने ट्वीट किया, ‘माधव आप्टे के निधन की खबर सुनकर दुख पहुंचा. वह भारत और बंबई के सबसे शानदार बल्लेबाजों में से एक थे. उनके परिवार के सदस्यों, मित्रों और करीबियों के प्रति संवेदना. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.’ मुंबई क्रिकेट संघ ने भी उनके निधन पर शोक जताया.

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