कोलकाता : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली का बीसीसीआई का अध्यक्ष बनना लगभग तय है. सौरभ के अलावा इस पद के लिए और दूसरा दावेदार नहीं है, ऐसे में उनका निर्विरोध चुना जाना लगभग तय है. हालांकि गांगुली इस पद पर सिर्फ 10 महीने के लिए रहेंगे और उसके बाद उन्हें बीसीसीआई के नये संविधान के मुताबिक तीन साल के कूलिंग पीरियड पर जाना होगा. इसके बाद से ही कयास लगाये जाने शुरू हो गये थे कि उनका अगला पड़ाव राजनीति हो सकती है.
इस प्रकार की अटकलें भी थीं कि गांगुली को भारतीय जनता पार्टी बंगाल में अपना चुनावी चेहरा बना सकती है. हालांकि इन अटकलों को सौरभ गांगुली ने खारिज कर दिया है. मंगलवार को कोलकाता में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान पूर्व कप्तान ने इन अटकलों को खारिज कर दिया. गांगुली ने कहा कि वह अमित शाह से पहली बार ही मिले थे. इस मुलाकात के दौरान उनसे न ही बीसीसीआई में किसी पद के बारे में बात की और न ही कोई ऐसी चर्चा हुई. गांगुली ने कहा कि राजनीति को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई.