मुंबई : मुंबई के ऑलराउंडर शिवम दुबे ने गुरुवार को कहा कि उन्हें आक्रामक बल्लेबाजी करना पसंद है और वह अपनी इस ‘पावर हिटिंग’ शैली को कभी नहीं छोड़ेंगे जिसने उन्हें भारतीय टीम में शामिल कराने में अहम भूमिका निभायी.
दुबे को भारत ए टीम में अपने शानदार प्रदर्शन के बूते पहली बार भारतीय टीम में चुना गया. 26 साल के इस खिलाड़ी को अगले महीने बांग्लादेश के खिलाफ होने वाली तीन मैचों की शृंखला के लिये भारतीय टीम में चुना गया है, क्योंकि ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या अभी तक पीठ की सर्जरी से उबर रहे हैं.
दुबे ने दूसरी पसंद के ऑलराउंडर के तौर पर विजय शंकर को पीछे छोड़ा और इसमें उनकी ‘बिग हिटिंग’ बल्लेबाजी शैली का अहम योगदान रहा. दुबे ने अपने चयन के बाद कुछ पत्रकारों से कहा, मेरी आक्रामक शैली नैसर्गिक है और मैं इस पर काम करता हूं.
मेरे पिता हमेशा मुझे आक्रामक बल्लेबाज बनाना चाहते थे और फिर यह मेरी शैली बन गयी. मुझे पावर हिटिंग पसंद है. उन्होंने कहा, मैं भगवान और अपने पिता का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा.
विशेषकर मेरे पिता को जिन्होंने हमेशा मेरा समर्थन किया और यह उन्हीं का सपना था कि मैं भारत के लिये खेलूं. उन्होंने कहा, मैं टीम में चुने जाने की उम्मीद कर रहा था. मुझे अपने चयन का भरोसा था. मेरा प्रदर्शन अच्छा रहा था इसलिये मैं टीम में चुना गया.
दक्षिण अफ्रीका के महान ऑलराउंडर जाक कैलिस को आदर्श मानने वाले दुबे ने कहा, मैं कड़ी मेहनत करना जारी रखूंगा. मैंने अभी अपने लक्ष्य तय नहीं किये हैं. इस समय मैं खुश हूं. बतौर ऑलराउंडर मुझे पूरी तरह से केंद्रित होना होगा और साथ ही अच्छी फिटनेस भी बनाये रखनी होगी.