छक्के जड़ने के लिए ‘डोले-शोले” की जरूरत नहीं : रोहित शर्मा
राजकोट : भारतीय बल्लेबाज रोहित शर्मा ने गगनचुंबी छक्के हिट करने की अपनी तकनीक के बारे में बात करते हुए कहा कि इसके लिए ताकत की नहीं बल्कि सही टाइमिंग की जरूरत होती है. भारत की गुरूवार को बांग्लादेश पर यहां आठ विकेट की जीत के नायक रहे रोहित ने 43 गेंद में 85 रन […]
राजकोट : भारतीय बल्लेबाज रोहित शर्मा ने गगनचुंबी छक्के हिट करने की अपनी तकनीक के बारे में बात करते हुए कहा कि इसके लिए ताकत की नहीं बल्कि सही टाइमिंग की जरूरत होती है. भारत की गुरूवार को बांग्लादेश पर यहां आठ विकेट की जीत के नायक रहे रोहित ने 43 गेंद में 85 रन बनाये. कार्यवाहक कप्तान ने बीसीसीआई की अधिकारिक वेबसाइट पर युजवेंद्र चहल द्वारा इंटरव्यू वाले कार्यक्रम ‘चहल टीवी’ पर यह बात कही.
कार्यवाहक कप्तान ने चहल से कहा, ‘आपको छक्के जड़ने के लिए ‘डोले-शोले’ की जरूरत नहीं है, तुम (चहल) भी लगा सकते हो.’ उन्होंने कहा, ‘वैसे छक्के मारने के लिए ‘पॉवर’ ही नहीं चाहिए, बल्कि टाइमिंग की भी जरूरत होती है, गेंद बल्ले के बीच में आनी चाहिए, आपकी पोजीशन सही होनी चाहिए. सिर सीधा होना चाहिए. अगर आप इन चीजों को ध्यान रखोगे तो छक्के लगेंगे.’
रोहित की पारी छह छक्के जड़े थे. इनमें 10वें ओवर में लगाये गये लगातार तीन छक्के भी शामिल हैं. यह पूछने पर कि क्या वह लगातार छह छक्के जड़ने की कोशिश में थे तो रोहित ने कहा, ‘कोशिश तो यही थी, मुझे छह छक्के लगाने थे. लेकिन चौथे से चूकने के बाद मैंने सोचा कि अब एक रन ही लूंगा. मैं मूव किये बिना हिट करने की कोशिश कर रहा था.’
रोहित ने पारी के बारे में बात करते हुए कहा, ‘किसी का लंबी पारी खेलना अहम था क्योंकि जब एक बल्लेबाज लंबी पारी खेलता है तो वह टीम को जीत तक पहुंचा सकता है. मैं खुद के प्रदर्शन से खुश हूं. लेकिन इससे ज्यादा टीम के लिये खुश हूं.’ उन्होंने कहा, ‘हम दबाव में थे क्योंकि हम पहला मैच गंवा चुके थे लेकिन हमने सारी जरूरी चीजें कीं. निश्चित रूप से हम इससे बेहतर भी कर सकते हैं.’ निर्णायक तीसरा मैच रविवार को नागपुर में खेला जायेगा जिसके बाद दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला होगी.