दीपक चाहर ने बताया अपने रिकार्डतोड़ कारनामे का राज, कहा- हैट्रिक के बारे में नहीं पता था
नागपुरः चेन्नई की उमस भरी परिस्थितियों में ओस और पसीने से निबटने की सीख दीपक चाहर के काफी काम आयी जिससे वह बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे और निर्णायक टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान सात रन देकर छह विकेट लेने का रिकार्डतोड़ कारनामा करने में सफल रहे. चाहर टी-20 अंतरराष्ट्रीय में हैट्रिक लेने वाले भारत के […]
नागपुरः चेन्नई की उमस भरी परिस्थितियों में ओस और पसीने से निबटने की सीख दीपक चाहर के काफी काम आयी जिससे वह बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे और निर्णायक टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान सात रन देकर छह विकेट लेने का रिकार्डतोड़ कारनामा करने में सफल रहे. चाहर टी-20 अंतरराष्ट्रीय में हैट्रिक लेने वाले भारत के पहले पुरुष क्रिकेटर भी हैं. उन्हें चेन्नई सुपरकिंग्स का नयी गेंद का सफल गेंदबाज माना जाता है.
फ्रेंचाइजी टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने उनका हमेशा विवेकपूर्ण इस्तेमाल किया. राजस्थान के 27 वर्षीय तेज गेंदबाज ने अपने साथी युजवेंद्र चहल के साथ ‘चहल टीवी’ पर कहा, चेन्नई में खेलते हुए मैंने सीखा कि किस तरह से ओस और पसीने से निबटना है. अपने हाथों को कैसे साफ रखना है. कई बार मैं सूखी मिट्टी अपने हाथों पर लगाता हूं और फिर गेंद करता हूं.
चाहर ने टी-20 अंतरराष्ट्रीय में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का नया रिकार्ड बनाया. उन्होंने श्रीलंका के अजंता मेंडिस का रिकार्ड तोड़ा जिन्होंने 2012 में जिम्बाब्वे के खिलाफ आठ रन देकर छह विकेट लिये थे. भारत की तरफ से इससे पहले का रिकार्ड चहल के नाम पर था. इस लेग स्पिनर ने इंग्लैंड के खिलाफ 2017 में 25 रन देकर छह विकेट हासिल किये थे.
बीसीसीआई.टीवी पर प्रसारित इस साक्षात्कार में चाहर से पूछा गया कि गेंद स्विंग नहीं ले रही थी, ऐसे में उन्होंने क्या रणनीति अपनायी, उन्होंने कहा, यहां (वीसीए स्टेडियम) की किनारों की सीमा रेखा काफी बड़ी है और इसलिए हमने बल्लेबाजों को उन स्थानों पर शाट खेलने के लिये मजबूर करने की रणनीति अपनायी थी. मैं अपनी गति में भी विविधता लाना चाहता था क्योंकि ओस के कारण ग्रिप बनाना मुश्किल हो रहा था. इस 27 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था कि वह 3.2 ओवर में सात रन देकर छह विकेट लेंगे जिसमें हैट्रिक भी शामिल होगी.
चाहर ने कहा, मुझे बाद में पता चला कि मैंने हैट्रिक पूरी कर ली है क्योंकि पहला विकेट मैंने पिछले ओवर की अंतिम गेंद पर लिया था. यहां तक कि अगर आप घर में हो तो सपने में भी आप यह नहीं सोचोगे कि चार ओवर में आप सात रन देकर छह विकेट लोगे. चाहर ने खुशी जतायी कि कप्तान रोहित शर्मा ने उनके ओवर शुरू में खत्म करने के बजाय बीच के ओवरों में उनका अलग तरह से इस्तेमाल किया.
उन्होंने कहा, मैं केवल कड़ी मेहनत करना चाहता हूं. ईश्वर की कृपा है जो मैं यहां हूं. आज की रणनीति नयी गेंद से आगे गेंद कराने की थी. मुझे बताया कि मैं सबसे अहम ओवर करूंगा. खुशी है कि टीम प्रबंधन ने मुझे यह जिम्मेदारी सौंपी.