नयी दिल्ली : दीपक चाहर का टी20 अंतरराष्ट्रीय में सात रन देकर छह विकेट लेने का विश्व रिकार्ड क्रिकेट इतिहास में पहला अवसर है, जबकि कोई भारतीय गेंदबाज किसी भी प्रारूप की एक पारी या मैच की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन की सूची में शीर्ष पर पहुंचा है.
चाहर ने बांग्लादेश के खिलाफ नागपुर में तीसरे और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में 3.2 ओवर में सात रन देकर छह विकेट लिये थे जो इस प्रारूप में नया विश्व रिकार्ड है. उन्होंने श्रीलंका के अजंता मेंडिस के 2012 में बनाये गये आठ रन देकर छह विकेट के रिकार्ड को तोड़ा.
इस तरह से वह क्रिकेट के इस सबसे छोटे प्रारूप में एक मैच में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी के प्रदर्शन के रिकार्ड में शीर्ष पर पहुंच गये हैं. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में यह ऐसी उपलब्धि है जिसे इससे पहले कोई भी भारतीय हासिल नहीं कर पाया था.टेस्ट क्रिकेट में अनिल कुंबले ने एक पारी में सभी दस विकेट लेने का कारनामा किया लेकिन तब भी वह एक पारी में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन की सूची में नंबर एक स्थान पर नहीं पहुंच पाये थे.
कुंबले ने 1999 में नयी दिल्ली में पाकिस्तान के खिलाफ दूसरी पारी में 74 रन देकर सभी दस विकेट लिये थे, लेकिन तब भी वह जिम लेकर के 1956 में बनाये गये 53 रन देकर छह विकेट के रिकार्ड को नहीं तोड़ पाये थे.एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का रिकार्ड श्रीलंका के चमिंडा वास के नाम पर है जिन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ 2001 में 19 रन देकर आठ विकेट लिये थे, जबकि अब तक कोई भी भारतीय गेंदबाज किसी वनडे मैच में छह से अधिक विकेट नहीं ले पाया है.
गैरी गिलमर (14 रन देकर छह) ने 1975 में वनडे में सबसे पहले छह विकेट लिये थे जिसे वेस्टइंडीज के विन्सटन डेविस (51 रन देकर सात विकेट) ने 1983 में तोड़ दिया था. जहां तक टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी के रिकार्ड का सवाल है तो चाहर इस सूची में शीर्ष पर पहुंचने वाले आठवें गेंदबाज हैं जबकि कुल नौ बार यह रिकार्ड भंग हुआ है.
पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच 17 फरवरी 2005 को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच आकलैंड में खेला गया था. इस प्रारूप में पहला विकेट डेरेल टफी ने लिया था लेकिन पारी समाप्त होने के बाद सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का रिकार्ड काइल मिल्स (44 रन देकर तीन विकेट) के नाम पर था.
माइकल कास्प्रोविच ने हालांकि इसी मैच में न्यूजीलैंड की पारी में 29 रन के एवज में चार विकेट लेकर रिकार्ड अपने नाम कर दिया. कास्प्रोविच के नाम पर यह रिकार्ड चार महीने तक ही रहा.इंग्लैंड के जान लेविस ने 13 जून 2005 को साउथम्पटन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 24 रन देकर चार विकेट लेकर नया रिकार्ड बनाया. इसके ठीक एक साल बाद 15 जून 2006 को साउथम्पटन में ही इंग्लैंड के पॉल कोलिंगवुड ने श्रीलंका के खिलाफ 22 रन देकर चार विकेट लिये और रिकार्ड उनके नाम पर दर्ज हो गया.
विश्व कप 2007 में न्यूजीलैंड के मार्क गिलेस्पी ने 12 सितंबर को कीनिया के खिलाफ डरबन में सात रन देकर चार विकेट लिये और रिकार्ड अपने नाम लिख दिया. पाकिस्तान के उमर गुल ने 13 जून 2009 को न्यूजीलैंड के खिलाफ ओवल में छह रन देकर पांच विकेट लेकर यह रिकार्ड नये मुकाम पर पहुंचाया.
श्रीलंकाई स्पिनर मेंडिस ने दो साल आठ अगस्त 2011 को पल्लेकल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 16 रन देकर छह विकेट लिये और इस तरह से टी20 अंतरराष्ट्रीय में एक मैच में छह विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बने. इस रहस्यमयी स्पिनर ने हालांकि 18 सितंबर 2012 को जिम्बाब्वे के खिलाफ हम्बनटोटा में आठ रन के एवज में छह विकेट लेकर अपने रिकार्ड में सुधार किया था.
मेंडिस के नाम पर यह रिकार्ड सात साल से भी अधिक समय तक बना रहा, लेकिन अब यह चाहर के नाम पर दर्ज हो गया है और देखना है कि यह भारतीय कब तक सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन के शिखर पर काबिज रहता है.